बिलासपुर : जिले के चर्चित भूगोल बार (bhoogol bar bilaspur) के मैनेजर को पुलिस ने दो माह पहले हाई प्रोफाइल ड्रग्स मौली एमडीएमए के साथ गिरफ्तार किया था. मैनेजर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की जांच 2 महीने से चल रही थी, और इस मामले में पुलिस ने भूगोल बार के संचालक अंकित अग्रवाल के खिलाफ पर्याप्त सबूत इकट्ठा कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया है. वह अपने मैनेजर को संरक्षण देने का काम करता था. पुलिस ने तकनीकी सबूत के अलावा प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के बाद संचालक को भी आरोपी बनाया (owner of bhoogol Bar arrested in Bilaspur ) है.
क्या है पूरा मामला : चकरभाठा पुलिस ने 19 जून को आरोपी योगेश द्विवेदी उर्फ राम को गिरफ्तार था. वह एक भूगोल बार में मैनेजर का काम करता था. पुलिस ने उसे हाई प्रोफाइल ड्रग्स मौली एमडीएमए के साथ न्यू हाई टेक बस स्टैंड में गिरफ्तार किया था. मैनेजर योगेश के पास अवैध मादक पदार्थ MDMA जब्त किया गया था. उसके पास नशे के समान मिलने के बाद उसके बयान पर भूगोल बार के संचालक के खिलाफ पुलिस सबूत इकट्ठा कर रही थी. पुलिस को पुख्ता साक्ष्य मिलने पर बार मालिक आरोपी अंकित अग्रवाल को गिरफ्तार किया (Bilaspur MDMA case) है.
मैनेजर को कैसे पकड़ी थी पुलिस : चकरभाटा (Bilaspur Chakarbhata Police ) टीआई मनोज नायक ने बताया कि कुछ माह पहले एंटी क्राइम एंड साइबर टीम और चकरभाटा पुलिस को सूचना मिली थी, कि मैग्नेटो मॉल में संचालित भूगोल बार का मैनेजर योगेश द्विवेदी उर्फ राम ड्रग्स की बिक्री करता है. मैनेजर ड्रग्स को बेचने बार में आने वाले ग्राहकों को उपलब्ध कराता है. इसे लेकर चकरभाटा क्षेत्र में वह खपाने की फिराक में घूम रहा है. इस सूचना पर पुलिस की टीम ने बजरंग पेट्रोल पंप के पास घेराबंदी कर बार के मैनेजर को पकड़ने पहुंची.
पुलिस देखकर भागा मैनेजर : पुलिस को देख कर आरोपी मैनेजर बस स्टैंड के अंदर भाग गया, और बस में कहीं जाकर छिप गया था.पुलिस ने काफी देर तक पूरे बस स्टैंड को घेर कर रखा था. आरोपी को घेराबंदी कर पकड़ लिया गया. उसकी तलाशी लेने पर टीम ने उससे 4 ग्राम मौली ड्रग्स एमडीएमए बरामद किया.
सबूत जुटाने में लगे दो माह : आरोपी मैनेजर योगेश के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने उससे बयान लिया. बयान में योगेश ने बार मालिक अंकित अग्रवाल का नाम बताया था. बयान के आधार पर बार मालिक के खिलाफ पुलिस साक्ष्य जुटा रही थी. पुलिस को बार मालिक अंकित अग्रवाल के खिलाफ साक्ष्य इकट्ठा करने में 2 महीने का समय लग गए. पुलिस बार में आने वाले और अन्य कर्मचारियों से पूछताछ कर रही थी. पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि ''साक्ष्य इकट्ठा करने में उन्हें काफी समय लगा है लेकिन नशे के सौदागरी का मुख्य अभियुक्त पकड़ने में उन्हें सफलता मिली है.''