बिलासपुर: M Passport से आम जनता के लिए पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी होगी. समय की बचत भी होगी. छत्तीसगढ़ शासन ने राज्य में पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया में पुलिस सत्यापन के काम को सरल करने और आम नागरिकों को सुविधा देने के लिए राज्य के चिन्हित जिलों के थानों में बतौर टेस्ट रन व्यवस्था लागू की. अब इससे मिलने वाले सकारात्मक परिणाम को ध्यान में रखते हुए शासन ने इसे राज्य के सभी जिलों के थानों में लागू किए जाने का फैसला किया है.
एक दिवसीय प्रशिक्षण शाला का आयोजन: 16 सितंबर 2022 को पुलिस मुख्यालय, रायपुर में राज्यस्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर प्रदेश के सभी नोडल अधिकारी और मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया गया. इसी क्रम में पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार रेंज पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय बिलासपुर में एक दिवसीय प्रशिक्षण शाला का आयोजन किया गया. इसमें बिलासपुर रेंज आईजी रतन लाल डांगी भी मौजूद रहे.
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पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया सरल होगी: पासपोर्ट सत्यापन की पूर्व की प्रक्रिया में आवेदक को पुलिस कार्यालय में उपस्थित होना पड़ता था. अब यह व्यवस्था लागू होने के बाद लिस आवेदक द्वारा दिये गये पते पर पहुंचकर सत्यापन करेगी. जिससे आम जनता का समय और धन की बचत होगी. पुलिस की उपस्थिति जनता के मध्य दर्ज हो सकेगी. आई जी डांगी ने बताया गया कि थानों में पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत सभी थानों में टेबलेट और अन्य संसाधन भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं.
50 स्टाफ को M Passport का प्रशिक्षण: इस एक दिवसीय कार्यशाला में बिलासपुर रेंज के पुलिस अधिकारी सहित अन्य जिलों के 6 राजपत्रित अधिकारी थाना प्रभारी, जिला विशेष शाखा प्रभारीगण, सीसीटीएनएस प्रभारी सहित कुल 50 स्टाफ को M Passport का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान रेंज स्तरीय नोडल अधिकारी और मास्टर ट्रेनर्स ने अधिकारी कर्मचारियों की शंकाओं का समाधान भी किया.