बिलासपुरः नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उस बयान पर प्रतिक्रिया (Response To Statement) दी, जिसमें मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा था कि जगदलपुर में हुए भाजपा के तीन दिवसीय चिंतन शिविर (Contemplation Camp) का सार सिर्फ 'थूक' निकला. इस मामले में आज धरमलाल कौशिक ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पास 'थूक' और 'फूंक' (Spit And Blow) के लिए समय तो है लेकिन बाढ़ से किसानों की फसलें खराब होने पर उनके लिए कुछ कर सकें, इसके लिए उनके पास समय नहीं है.
प्रदेश में भाजपा के प्रदेश प्रभारी (BJP State In-Charge) डी पुरंदेश्वरी के 'थूक' वाले बयान को लेकर कांग्रेस लगातार इस पर चुटकी लेते रहती है और खास कर इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल. मुख्यमंत्री अपने बयानों में चिंतन शिविर (Contemplation Camp) के सार को लेकर थूक निकलना बताते रहते हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पिछले दिनों बिलासपुर आए थे और उन्होंने छत्तीसगढ़ भवन में बयान दिया था कि भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी प्रदेश के नेताओं को हंटर तो लगा रही हैं.
साथ ही उन्हें नीचा भी दिखा कर उनका अपमान कर रही हैं. डी पुरंदेश्वरी के उस बयान को भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि 'थूक' देंगे तो मुख्यमंत्री बघेल और उनके मंत्री बह जाएंगे. इस मामले को लेकर आज छत्तीसगढ़ विधानसभा नेता प्रतिपक्ष (Assembly Leader of Opposition) धरमलाल कौशिक ने सफाई देते हुए कहा कि साउथ और यहां की बोली में अंतर है.
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इसलिए प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी 'थूक' नहीं 'फूंक' बोल बैठीं. इस मामले में धरमलाल कौशिक ने बघेल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूरी सरकार और उनके मंत्री कुर्सी दौड़ में लगे हुए हैं. बाढ़ में किसानों की फसल बर्बाद होने के साथ ही खाद की कालाबाजारी (Black Marketing) और कमी को लेकर भी धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि किसानों और आम नागरिकों की समस्या से मुख्यमंत्री को कोई सरोकार नहीं है. उनके पास सिर्फ 'थूक और फूंक' के लिए ही समय बच गया है. इसके अलावा वह कुछ और सोचते भी नहीं हैं.