गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही विधानसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में मतदान की तारीख पास आ रही है. 3 नवंबर को वहां वोट डाले जाएंगे. यहां का सियासी पारा अब चरम पर पहुंच गया है. मुख्यमंत्री समेत सरकार के बड़े मंत्री-नेता यहां डेरा जमाए हुए हैं, वहीं बीजेपी भी इस सीट को जीतने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखना चाहती.
इधर जेसीसीजे ने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए बीजेपी प्रत्याशी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. जाति को लेकर चुनावी रण से बाहर हुए जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने सोशल मीडिया पर इसका एलान कर दिया है. जेसीसीजे विधायक धरमजीत सिंह, प्रमोद शर्मा और राजेंद्र राय ने भी बीजेपी प्रत्याशी गंभीर सिंह को अपना समर्थन देने का फैसला किया है.
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अमित जोगी ने अपने पोस्ट में लिखा है कि विधायक दल के नेता धरमजीत सिंह और सचिव राजेंद्र राय ने सूचना दी है कि उन्होंने बीजेपी दल के प्रत्याशी गंभीर सिंह का समर्थन करने का निर्णय लिया है. प्रमोद शर्मा और पार्टी के अन्य सदस्य भी इसमें अपनी सहमति दे चुके हैं. अमित जोगी ने कहा कि इस मामले में उनका बीजेपी के किसी भी नेता से सीधा संवाद नहीं हुआ है. अमित जोगी ने आगे कहा कि 'मैं मरवाही के मेरे परिवार से आग्रह करता हूं कि मेरे पिता अजीत जोगी को अपमानित करने वाली कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध वोट देकर हमें न्याय दिलाएं.'
धरमजीत सिंह ने की थी रमन सिंह से मुलाकात
शुक्रवार को छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जेसीसीजे) के कद्दावर नेता और लोरमी विधायक धरमजीत सिंह का पूर्व सीएम रमन सिंह से मिलना काफी सुर्खियों में रहा. धरमजीत सिंह ने इसे सामान्य सौजन्य मुलाकात बताया था, लेकिन मरवाही के वर्तमान सियासी परिस्थितियों के बीच इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा था और जल्द ही किसी बड़े एलान का कयास लगाया जा रहा था.
मतदान के 2 दिन पहले इस तरह जेसीसीजे का बीजेपी प्रत्याशी को समर्थन देना कहीं न कहीं बीजेपी का पलड़ा भारी कर सकता है. हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी अपने चुनावी सभाओं में रिकॉर्ड मतों से जीत का दावा कर रहे हैं. अब देखना ये होगा कि जेसीसीजे का समर्थन बीजेपी के लिए कितना फायदेमंद साबित होता है.