बिलासपुर : इसरो ने चंद्रयान-2 का सफल प्रक्षेपण कर पूरी दुनिया में भारत का डंका बजाया है. इस प्रोजेक्ट में बिलासपुर के विकास की भी अहम भूमिका रही. विकास श्रीवास इसरो में बतौर डिप्टी प्रोजेक्ट इंजीनियर के रूप में सेवा दे रहे हैं. इस मौके पर ETV भारत ने विकास के परिवार से खास बातचीत की. विकास की मां ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, 'विकास की इस कामयाबी से वे बेहद खुश हैं और इस कामयाबी के पीछे पूरे परिवार का हाथ है'.
ETV भारत से खास बातचीत में विकास की मां भावना श्रीवास ने कहा कि, 'हमनें कभी सोचा भी नहीं था कि बेटा इसरो में जाएगा और देश दुनिया में अपना नाम रोशन करेगा'.
उन्होंने कहा कि, 'विकास बचपन से ही पढ़ने-लिखने में होशियार था और हमेशा कुछ अलग करने की सोचता रहता था. यही वजह है कि उसे इतनी बड़ी कामयाबी मिली है'.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ली बीई की डिग्री
युवा साइंटिस्ट विकास ने तखतपुर से शुरुआती और बिलासपुर से हायर सेकंडरी की पढ़ाई की. वहीं बिलासपुर के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग कर बीई की डिग्री हासिल की है.