गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही उपचुनाव के पहले कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कांग्रेस ने चाय-चौपाल कार्यक्रम की शुरुआत की है. इस कार्यक्रम की शुरुआत के लिए बैठक बुलाई गई थी, जिसमें जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास के समर्थकों के बीच जमकर विवाद हो गया. हालांकि मारपीट बंद कमरे में कांग्रेसियों के बीच हुई, जिसका कोई वीडियो वायरल नहीं हो पाया. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि कांग्रेस को एक करने के लिए उपचुनाव की तैयारी करने की प्रादेशिक नेताओं की योजना पर चाय जरूर गिर गई.
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मरवाही में उपचुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद रिक्त हुई मरवाही विधानसभा की सीट के लिए उपचुनाव 6 माह के अंदर होना तय है. इस चुनाव को लेकर तीनों ही पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. कांग्रेस के प्रदेश स्तर के नेताओं और कैबिनेट मंत्रियों का क्षेत्र में लगातार दौरा जारी है. कांग्रेस के लिए मरवाही सीट प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है. भूपेश मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्रियों के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम और युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी क्षेत्र का दौरा कर संगठन को मजबूत करने में लगे हुए हैं. नेता लगातार आपसी विवाद भूलकर चुनाव पर ध्यान देने के लिए जोर भी दे रहे हैं, पर इनकी तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं. जिला कांग्रेस संगठन के पदाधिकारी अब भी एक-दूसरे की टांग खींचने में लगे हुए हैं कि कौन किस बड़े नेता का आदमी है, उसी के अनुसार फ्लैक्स भी तैयार किए जाते हैं.
चाय-चौपाल में भिड़े कांग्रेस कार्यकर्ता
चाय-चौपाल कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक चल रही थी, जिसमें जिले के सभी बड़े पदाधिकारी मौजूद थे. इसी दौरान चाय-चौपाल के लिए तैयार किए गए फ्लैक्स को लेकर पेंड्रा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास ने आपत्ति दर्ज कराते हुए उसमें चरणदास महंत की फोटो के बिना फ्लेक्स तैयार होने पर आपत्ति जताई. उन्होंने सदस्यों के सामने पेंड्रा ब्लॉक के लिए चरणदास महंत की फोटो के साथ फ्लैक्स तैयार कर लगवा देने का प्रस्ताव रखा. इस बात पर जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता और प्रशांत के बीच विवाद शुरू हो गया. इसके बाद दोनों के समर्थक भी भिड़ गए. बाद में कार्यालय से ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चले गए.
विवाद से पार्टी की छवि होगी खराब
पहले तो दोनों ही नेताओं ने विवाद की बात से साफ इनकार कर दिया, इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष की फोटो पर आपत्ति की बात स्वीकार की है. तो वहीं ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मामले को पार्टी फोरम में रखने की बात कही. इस मामले में प्रदेश महासचिव उत्तम वासुदेव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 2 संगठन के नेताओं का आपस में इस तरह विवाद होना संगठन के लिए अच्छी बात नहीं है. कोई कार्यकर्ता किसी आला नेता की फोटो फ्लैक्स में लगाना चाहता है, तो लगा सकता है, इसमें कोई आपत्ति की बात नहीं है. पर फिर भी इस पूरे विवाद से पार्टी की छवि खराब हुई है. इस पूरे मामले की जानकारी पार्टी के आला नेताओं तक पहुंचाई जाएगी.