बिलासपुर: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 3 कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है. ये सभी लॉकडाउन के दौरान वापस आए थे जिन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर मरवाही में रखा गया था. इनकी रिपोर्ट आने के बाद रातों-रात तीनों पॉजिटिव मरीजों को विशेष संसाधन युक्त एम्बुलेंस से बिलासपुर में बनाए गए कोविड 19 हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया है. जिसके बाद पुलिस प्रशासन सभी संक्रमित लोगों के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर डाटा जुटाने में जुटा है.
प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. प्रवासी मजदूरों के लौटते ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला भी अब इससे अछूता नहीं रहा. बीते 18 मई को पुणे और हैदराबाद से लौटे मजदूरों में से 3 मजदूरों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से पूरे जिले में हड़कंप मच गया. जिसके बाद पुलिस प्रशासन आनन-फानन में मरवाही के क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचे और रातों-रात सभी संक्रमित श्रमिकों को विशेष एंबुलेंस से बिलासपुर के कोविड 19 हॉस्पिटल रेफर किया.
रिपोर्ट आने के बाद उड़े प्रशासन के होश
मजदूरों की रिपोर्ट आने के बाद से पुलिस और प्रशासन के होश उड़े हुए हैं. प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बावजूद पेंड्रा गौरेला मरवाही जिला इससे अछूता रहा लेकिन अब जैसे-जैसे प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. हालांकि पुलिस प्रशासन इतने अलर्ट मोड में है कि सभी आने-जाने वालों सभी को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रख रहा है. लेकिन क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखना ही काफी नहीं है.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर के सभी मजदूरों की हो रही जांच
जिस क्वॉरेंटाइन सेंटर में ये तीन मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं वहां और भी मजदूर थे, लिहाजा प्रशासन इन मजदूरों के संपर्क में जितने भी लोग आए हैं उन सभी की फिर से सैंपलिंग कर रहा है. साथ ही पॉजिटिव मिले सभी मजदूरों की ट्रेवल हिस्ट्री और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर आगे की जांच की बात की जा रही है.सुरक्षा के लिहाज से हर संभव कोशिश की जा रही है लेकिन क्वॉरेंटाइन सेंटर के मजदूरों के पॉजिटिव आने के बाद अन्य मजदूरों में डर का माहौल है. वहीं प्रशासन भी अब ज्यादा सावधानी बरत रहा है.