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SPECIAL: लॉकडाउन में लॉक हुई अमृत मिशन योजना, अंबिकापुर को चौबीस घंटे पानी का इंतजार - फिल्टर प्लांट अंबिकापुर

अंबिकापुर नगर निगम शहर की स्वच्छता को लेकर सराहनीय कार्य कर रहा है, लेकिन निगम के 24 घंटे जल आपूर्ति के दावे फेल हो रहे हैं. अमृत मिशन योजना के तहत घुनघुट्टा डैम का पानी शहर में सप्लाई किया जाना था. पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव के हाथों फिल्टर प्लांट का शुभारंभ कराया गया था, इसके बाद ट्रायल भी पूरा हो चुका है, बावजूद इसके शहरवासियों का पानी के लिए इंतजार खत्म नहीं हो रहा है.

People of Ambikapur wait for water
अंबिकापुर के लोगों को पानी का इंतजार
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Published : Aug 8, 2020, 6:24 PM IST

सरगुजा: गार्बेज फ्री शहरों की लिस्ट में शुमार अंबिकापुर शहर जलापूर्ति के मामले में फेल होता नजर आ रहा है. इस शहर में कचरे के निपटारे की व्यवस्था तो है, लेकिन पानी की आपूर्ति करने में प्रशासन ढीला नजर आ रहा है. अंबिकापुर नगर निगम की अमृत मिशन योजना लॉकडाउन में लॉक हो गई है. 24 घंटे हर घर में पानी पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई ये योजना अब अधर में लटकी हुई है. स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव के हाथों फिल्टर प्लांट का शुभारंभ कराया गया था, इसके बाद भी योजना अब तक जमीन पर नहीं उतर पाई है.

अंबिकापुर के लोगों को पानी का इंतजार

पढ़ें-लॉकडाउन में राजधानी के लॉक होने के बावजूद जारी है अमृत मिशन योजना का काम

नगर निगम अंबिकापुर में पानी की आपूर्ति के लिए अमृत मिशन योजना के तहत 15 ग्राम पंचायतों में पानी सप्लाई किए जाने की मंजूरी मिली थी. इस मिशन के तहत घुनघुट्टा बांध का पानी लोगों को 24 घंटे तक उपलब्ध कराया जाना था. इसके तहत मायापुर पानी टंकी को संपवेल से जोड़ने का काम किया जा रहा था. कर्मचारियों ने इस काम को लगभग पूरा कर लिया है. मायापुर संपवेल को जोड़ने के बाद शहर की अधिकांश टंकियों में पानी पहुंचाने का काम आसान हो गया था. टेस्टिंग के दौरान सामने आई छोटी-मोटी समस्याओं को दूर करने की ओर तेजी से काम किया जा रहा है. इन समस्याओं के निराकरण के बाद ही अन्य पानी टंकियों में मायापुर पानी टंकी का पानी सप्लाई किया जाएगा. नगर निगम ने इस काम को जल्द पूरा कर एक सप्ताह के भीतर इस योजना की शुरू किए जाने के दावे भी किए थे, लेकिन महीनेभर से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी लोगों का इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा है.

Mongrel dam
घुनघुट्टा डैम

पाइपलाइन में भरी मिट्टी

घुनघुट्टा डैम से गांधी चौक तक की पाइप लाइन में मिट्टी भरी है. पाइपलाइन की सफाई हुए बिना पानी की आपूर्ति शुरू नहीं की जा सकती. बिना साफ-सफाई पानी की आपूर्ति की गई, तो टंकी में मटमैला पानी भरेगा, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसे देखते हुए नगर निगम अमले ने दो दिनों तक क्षमता के अनुसार पानी प्रवाहित कर पाइपलाइन की साफ-सफाई कराई. इस दौरान लगातार 12 घंटे तक बांध का पानी पाइप लाइन से बहाया गया, जिसके बाद पाइप लाइन साफ हो गई है.

Filter plant ambikapur
फिल्टर प्लांट

संपवेल से टंकी को जोड़ने का काम पूरा

योजना के पहले चरण में मायापुर संपवेल के साथ मायापुर, नवागढ़, महामाया मंदिर और पटपरिया पानी टंकी से घुनघुट्टा डैम के पानी की आपूर्ति की जाएगी. तकनीकी कर्मचारियों ने मायापुर संपवेल और नवागढ़ टंकी को पाइपलाइन से जोड़ने का काम पूरा कर लिया है, जबकि महामाया मंदिर टंकी को जोड़ने का काम चल रहा है. शहर की तीन टंकियों से घुनघुट्टा बांध के पानी से भरने के बाद कॉलेज ग्राउंड और माखन बिहार टंकी को दूसरे चरण में जोड़ा जाएगा, जिसमें एक सप्ताह का समय और लगने का अंदेशा जताया गया था, लेकिन इस काम में निगम अब तक सफल नहीं हो पाया है.

Water tank
पानी टंकी

नालियों में बहाया गया था गंदा पानी

नगर निगम ने पाइपलाइन की साफ-सफाई के लिए 84 लाख लीटर पानी बहाया था. इस दौरान पूरी क्षमता से मोटर चलाकर 70 लाख लीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ऑक्सीजोन स्थित जीएस एलआर को भरा गया. साथ ही इसी रफ्तार से पाइप लाइन से पानी आपूर्ति कर सफाई की गई. पाइप लाइन का पानी बहाने नगर निगम ने महामाया मंदिर, आईटीआई और मायापुर संपवेल के पास स्टावर प्वॉइंट बनाकर पाइप लाइन का गंदा पानी नालियों में बहाया था.

pipeline
पाइपलाइन

10 घंटों तक चला ट्रायल

अमृत मिशन का पानी आपूर्ति करने का ट्रायल लगातार 10 घंटों तक किया गया. मायापुर संपवेल को कनेक्ट कर दिया गया था और जल्द ही सप्लाई शुरू करने का दावा किया गया था, लेकिन अब निगम आयुक्त लॉकडाउन की वजह से काम पेंडिंग होने का हवाला दे रहे हैं, हालांकि लगातार नगर निगम के कर्मचारियों में ही कोरोना संक्रमण मिलने की वजह से कार्यालय लंबे समय से बंद है और इन सब वजहों से शहर को एक बड़ी सौगात मिलने में देरी हो रही है.

सरगुजा: गार्बेज फ्री शहरों की लिस्ट में शुमार अंबिकापुर शहर जलापूर्ति के मामले में फेल होता नजर आ रहा है. इस शहर में कचरे के निपटारे की व्यवस्था तो है, लेकिन पानी की आपूर्ति करने में प्रशासन ढीला नजर आ रहा है. अंबिकापुर नगर निगम की अमृत मिशन योजना लॉकडाउन में लॉक हो गई है. 24 घंटे हर घर में पानी पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई ये योजना अब अधर में लटकी हुई है. स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव के हाथों फिल्टर प्लांट का शुभारंभ कराया गया था, इसके बाद भी योजना अब तक जमीन पर नहीं उतर पाई है.

अंबिकापुर के लोगों को पानी का इंतजार

पढ़ें-लॉकडाउन में राजधानी के लॉक होने के बावजूद जारी है अमृत मिशन योजना का काम

नगर निगम अंबिकापुर में पानी की आपूर्ति के लिए अमृत मिशन योजना के तहत 15 ग्राम पंचायतों में पानी सप्लाई किए जाने की मंजूरी मिली थी. इस मिशन के तहत घुनघुट्टा बांध का पानी लोगों को 24 घंटे तक उपलब्ध कराया जाना था. इसके तहत मायापुर पानी टंकी को संपवेल से जोड़ने का काम किया जा रहा था. कर्मचारियों ने इस काम को लगभग पूरा कर लिया है. मायापुर संपवेल को जोड़ने के बाद शहर की अधिकांश टंकियों में पानी पहुंचाने का काम आसान हो गया था. टेस्टिंग के दौरान सामने आई छोटी-मोटी समस्याओं को दूर करने की ओर तेजी से काम किया जा रहा है. इन समस्याओं के निराकरण के बाद ही अन्य पानी टंकियों में मायापुर पानी टंकी का पानी सप्लाई किया जाएगा. नगर निगम ने इस काम को जल्द पूरा कर एक सप्ताह के भीतर इस योजना की शुरू किए जाने के दावे भी किए थे, लेकिन महीनेभर से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी लोगों का इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा है.

Mongrel dam
घुनघुट्टा डैम

पाइपलाइन में भरी मिट्टी

घुनघुट्टा डैम से गांधी चौक तक की पाइप लाइन में मिट्टी भरी है. पाइपलाइन की सफाई हुए बिना पानी की आपूर्ति शुरू नहीं की जा सकती. बिना साफ-सफाई पानी की आपूर्ति की गई, तो टंकी में मटमैला पानी भरेगा, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसे देखते हुए नगर निगम अमले ने दो दिनों तक क्षमता के अनुसार पानी प्रवाहित कर पाइपलाइन की साफ-सफाई कराई. इस दौरान लगातार 12 घंटे तक बांध का पानी पाइप लाइन से बहाया गया, जिसके बाद पाइप लाइन साफ हो गई है.

Filter plant ambikapur
फिल्टर प्लांट

संपवेल से टंकी को जोड़ने का काम पूरा

योजना के पहले चरण में मायापुर संपवेल के साथ मायापुर, नवागढ़, महामाया मंदिर और पटपरिया पानी टंकी से घुनघुट्टा डैम के पानी की आपूर्ति की जाएगी. तकनीकी कर्मचारियों ने मायापुर संपवेल और नवागढ़ टंकी को पाइपलाइन से जोड़ने का काम पूरा कर लिया है, जबकि महामाया मंदिर टंकी को जोड़ने का काम चल रहा है. शहर की तीन टंकियों से घुनघुट्टा बांध के पानी से भरने के बाद कॉलेज ग्राउंड और माखन बिहार टंकी को दूसरे चरण में जोड़ा जाएगा, जिसमें एक सप्ताह का समय और लगने का अंदेशा जताया गया था, लेकिन इस काम में निगम अब तक सफल नहीं हो पाया है.

Water tank
पानी टंकी

नालियों में बहाया गया था गंदा पानी

नगर निगम ने पाइपलाइन की साफ-सफाई के लिए 84 लाख लीटर पानी बहाया था. इस दौरान पूरी क्षमता से मोटर चलाकर 70 लाख लीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ऑक्सीजोन स्थित जीएस एलआर को भरा गया. साथ ही इसी रफ्तार से पाइप लाइन से पानी आपूर्ति कर सफाई की गई. पाइप लाइन का पानी बहाने नगर निगम ने महामाया मंदिर, आईटीआई और मायापुर संपवेल के पास स्टावर प्वॉइंट बनाकर पाइप लाइन का गंदा पानी नालियों में बहाया था.

pipeline
पाइपलाइन

10 घंटों तक चला ट्रायल

अमृत मिशन का पानी आपूर्ति करने का ट्रायल लगातार 10 घंटों तक किया गया. मायापुर संपवेल को कनेक्ट कर दिया गया था और जल्द ही सप्लाई शुरू करने का दावा किया गया था, लेकिन अब निगम आयुक्त लॉकडाउन की वजह से काम पेंडिंग होने का हवाला दे रहे हैं, हालांकि लगातार नगर निगम के कर्मचारियों में ही कोरोना संक्रमण मिलने की वजह से कार्यालय लंबे समय से बंद है और इन सब वजहों से शहर को एक बड़ी सौगात मिलने में देरी हो रही है.

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