ETV Bharat / city

सरगुजा में जमीन व्यवसाय पर नहीं पड़ा मंदी का असर, शासन की ऑफर का लोगों ने उठाया लाभ

कोरोना संक्रमण और महंगाई ने भले ही लोगों को परेशान किया हो. लेकिन अंबिकापुर में जमीनों की खरीद-बिक्री पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है. शासन के ऑफर के बाद लोगों ने जमीन खरीद-बिक्री में दिलचस्पी (Fiercely bought land in Ambikapur) ली है.

There was no effect of recession on land business in Surguja
सरगुजा में जमीन व्यवसाय पर नहीं पड़ा मंदी का असर
author img

By

Published : May 6, 2022, 7:30 PM IST

Updated : May 7, 2022, 12:45 PM IST

सरगुजा : कोरोना संक्रमण काल और महंगाई की मार का असर जमीन की खरीदी बिक्री के कारोबार पर नही दिख रहा है. एक ओर जहां कई सेक्टर मंदी की मार झेल रहे हैं. तो वहीं मंदी के दौर में भी लोग जमीन खरीद रहे हैं. बल्कि बीते वर्ष की तुलना में लोगों से अधिक जमीन खरीदी(Fiercely bought land in Ambikapur) है. ये हम नही कह रहे बल्कि भू अभिलेख के आंकड़े बयां कर रहे हैं, जिसमे बीते वर्ष से 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. दरअसल सरगुजा भू-अभिलेख पंजीयक कार्यालय के अंतर्गत होने वाली जमीनों की रजिस्ट्री में इस वर्ष तुलनात्मक वृद्धि देखी गई है.

सरगुजा में जमीन व्यवसाय पर नहीं पड़ा मंदी का असर

8 फीसदी ज्यादा राजस्व : बीते वर्ष की तुलना में 3 करोड़ अधिक यानी की 8 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्त हुआ(Eight percent more revenue in Surguja) है. इस वर्ष लगभग 38 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति सरगुजा में जमीन रजिस्ट्री से हुई है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में जिला पंजीयन विभाग को 43 करोड़ 60 लाख का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. इस लक्ष्य की तुलना में सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर जिले में कुल 38 करोड़ 35 लाख 89 हजार 321 रुपये का राजस्व पंजीयन के माध्यम से प्राप्त हुआ है. इस वर्ष 87.98 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति सरगुजा पंजीयन विभाग ने किया है. जबकि बीते वर्ष निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 35 करोड़ 37 लाख 80 हजार 359 रुपये का राजस्व हासिल किया गया था. इस हिसाब से इस वित्तीय वर्ष में 2 करोड़ 98 लाख से अधिक राजस्व के साथ 8.43 प्रतिशत आय में वृद्धि हुई है.

लक्ष्य प्राप्ति के आंकड़े : उप पंजीयक कार्यालय में निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 7102 दस्तावेजों के पंजीयन के साथ 26 करोड़ 30 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है. इसी तरह सीतापुर में 1 करोड़ 80 लाख की तुलना में 1 करोड़ 45 लाख, सूरजपुर में 6 करोड़ 10 लाख की तुलना में 8 करोड़ 18 लाख, प्रतापपुर में 1 करोड़ 20 लाख की तुलना में 1 करोड़ 26 लाख, रामानुजगंज में 2 करोड़ 20 लाख की तुलना में 1 करोड़ 62 लाख, बलरामपुर में 1 करोड़ 10 लाख की तुलना में 77 लाख 95 हजार, कुसमी में 1 करोड़ की तुलना में 74 लाख 27 हजार रुपए का लक्ष्य हासिल किया है. सभी आंकड़े देखें तो इस वर्ष सरगुज़ा के साथ ही प्रतापपुर में 41% वे सूरजपुर में 61% की वृद्धि दर्ज की गई है.

ये भी पढ़ें- सरगुजा में जमीन खरीदी बिक्री के नियम हैं अलग , जानिए क्यों है जनता के लिए मुसीबत

शासन ने दिया ऑफर :बड़ी बात यह हैं कि प्राइवेट सेक्टर की तरह शासन ने भी इस वर्ष के अंतिम दो महीने में फरवरी और मार्च में जमीन की वेल्यू 10 % कम कर एक ऑफर दिया (Take advantage of the government offer) था. जिसका लोगों ने खूब फायदा उठाया और जमकर जमीन की रजिस्ट्री कराई. इसके साथ ही अम्बिकापुर उप पंजीयक कार्यालय में लोगों को दी जा रही सुविधाओं के कारण भी रजिस्ट्री में तेजी आई है.

सरगुजा : कोरोना संक्रमण काल और महंगाई की मार का असर जमीन की खरीदी बिक्री के कारोबार पर नही दिख रहा है. एक ओर जहां कई सेक्टर मंदी की मार झेल रहे हैं. तो वहीं मंदी के दौर में भी लोग जमीन खरीद रहे हैं. बल्कि बीते वर्ष की तुलना में लोगों से अधिक जमीन खरीदी(Fiercely bought land in Ambikapur) है. ये हम नही कह रहे बल्कि भू अभिलेख के आंकड़े बयां कर रहे हैं, जिसमे बीते वर्ष से 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. दरअसल सरगुजा भू-अभिलेख पंजीयक कार्यालय के अंतर्गत होने वाली जमीनों की रजिस्ट्री में इस वर्ष तुलनात्मक वृद्धि देखी गई है.

सरगुजा में जमीन व्यवसाय पर नहीं पड़ा मंदी का असर

8 फीसदी ज्यादा राजस्व : बीते वर्ष की तुलना में 3 करोड़ अधिक यानी की 8 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्त हुआ(Eight percent more revenue in Surguja) है. इस वर्ष लगभग 38 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति सरगुजा में जमीन रजिस्ट्री से हुई है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में जिला पंजीयन विभाग को 43 करोड़ 60 लाख का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. इस लक्ष्य की तुलना में सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर जिले में कुल 38 करोड़ 35 लाख 89 हजार 321 रुपये का राजस्व पंजीयन के माध्यम से प्राप्त हुआ है. इस वर्ष 87.98 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति सरगुजा पंजीयन विभाग ने किया है. जबकि बीते वर्ष निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 35 करोड़ 37 लाख 80 हजार 359 रुपये का राजस्व हासिल किया गया था. इस हिसाब से इस वित्तीय वर्ष में 2 करोड़ 98 लाख से अधिक राजस्व के साथ 8.43 प्रतिशत आय में वृद्धि हुई है.

लक्ष्य प्राप्ति के आंकड़े : उप पंजीयक कार्यालय में निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 7102 दस्तावेजों के पंजीयन के साथ 26 करोड़ 30 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है. इसी तरह सीतापुर में 1 करोड़ 80 लाख की तुलना में 1 करोड़ 45 लाख, सूरजपुर में 6 करोड़ 10 लाख की तुलना में 8 करोड़ 18 लाख, प्रतापपुर में 1 करोड़ 20 लाख की तुलना में 1 करोड़ 26 लाख, रामानुजगंज में 2 करोड़ 20 लाख की तुलना में 1 करोड़ 62 लाख, बलरामपुर में 1 करोड़ 10 लाख की तुलना में 77 लाख 95 हजार, कुसमी में 1 करोड़ की तुलना में 74 लाख 27 हजार रुपए का लक्ष्य हासिल किया है. सभी आंकड़े देखें तो इस वर्ष सरगुज़ा के साथ ही प्रतापपुर में 41% वे सूरजपुर में 61% की वृद्धि दर्ज की गई है.

ये भी पढ़ें- सरगुजा में जमीन खरीदी बिक्री के नियम हैं अलग , जानिए क्यों है जनता के लिए मुसीबत

शासन ने दिया ऑफर :बड़ी बात यह हैं कि प्राइवेट सेक्टर की तरह शासन ने भी इस वर्ष के अंतिम दो महीने में फरवरी और मार्च में जमीन की वेल्यू 10 % कम कर एक ऑफर दिया (Take advantage of the government offer) था. जिसका लोगों ने खूब फायदा उठाया और जमकर जमीन की रजिस्ट्री कराई. इसके साथ ही अम्बिकापुर उप पंजीयक कार्यालय में लोगों को दी जा रही सुविधाओं के कारण भी रजिस्ट्री में तेजी आई है.

Last Updated : May 7, 2022, 12:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.