सरगुजा:कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन की हड़ताल (Indefinite strike of Chhattisgarh) ने सरकारी कामकाज ठप कर दिया है. लेकिन इस हड़ताल की वजह से हजारों छात्र छात्राओं का भविष्य भी खतरे में पड़ गया है. हड़ताल के कारण सरगुजा जिले में 838 स्कूलों में ताले लटक गए हैं. स्कूल बंद होने के कारण बच्चों की पढ़ाई ठप हो गई (Schools closed in Surguja district) है. जिले में 3 हजार से अधिक शिक्षक हड़ताल में हैं.
स्कूलों में लटके ताले : केंद्र के सामान 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान में गृहभाड़ा भत्ता दिए जाने की मांग को लेकर कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले अधिकारी-कर्मचारी 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इस हड़ताल के कारण शासकीय कार्यालयों में काम काज ठप है. इस हड़ताल में शिक्षक संगठन भी शामिल हैं. इस वजह से प्रदेश भर के हजारों स्कूल में ताले लग गए (Chhattisgarh employees officers stalled studies ) है.
कितने शिक्षक हड़ताल में शामिल : शिक्षा विभाग के अनुसार सरगुजा जिले में शुक्रवार तक की स्थिति में 838 स्कूल बंद थे . 3115 शिक्षक हड़ताल में शामिल थे. जबकि आंदोलन के पहले दिन यह संख्या बेहद कम थी. हड़ताल के पहले महज 128 स्कूलें बंद थीं और करीब 1 हजार शिक्षक ही हड़ताल पर थे. स्कूलों के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई भी पूरी तरह से ठप हो गई है. सरगुजा जिले में कुल 2070 शासकीय स्कूल हैं जिसमे 838 स्कूल बंद हैं. वहीं 7498 में से 3115 शिक्षक हड़ताल पर हैं.
85% स्कूल बन्द होने का दावा : वहीं हड़ताल में शामिल शिक्षक संघ के नेताओं का मानना है कि '' जिले में 85 प्रतिशत स्कूलें बंद हैं. और इतने ही शिक्षक हड़ताल में शामिल हो चुके हैं. जबकि शिक्षा विभाग द्वारा रोजाना शासन को भेजी जाने वाली रिपोर्ट के आंकड़े कुछ और ही कहते हैं. हालांकि हड़ताल में शामिल होने वाले शिक्षकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. रोजाना स्कूल बंद होने का क्रम भी बढ़ रहा है.''
स्कूल और कार्यालय भी बन्द : छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन (Chhattisgarh Pradesh Teachers Federation) के जिलाध्यक्ष नितेश पांडे का कहना है " पूरे प्रदेश में जितने शिक्षक संगठन हैं, मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त उसमें से तीन को छोड़ कर टीचर्स एसोशिएशन, शालेय शिक्षाकर्मी संघ और नवीन शिक्षक संघ को छोड़कर बाकी सभी शिक्षक संगठन इस कर्मचारी फेडरेशन के आह्वान पर हमारे साथ हैं. सरगुजा में लगभग 85 प्रतिशत जो शिक्षक और शिक्षक एलबी हैं वो इस आन्दोलन में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर रहे हैं. सभी बीएओ आफिस, डीईओ आफिस, जेडी आफिस बंद हैं. इसमें सभी शिक्षक स्वतः स्कूलों में तालाबंदी कर के शामिल हो रहे हैं."
बंद हो रहे स्कूल, बढ़ रही परेशानी : जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे ने बताया "अनिश्चित कालीन हड़ताल जो है इसमें प्रारंभ में तो 128 स्कूल बन्द थे. लेकिन धीरे धीरे इसकी संख्या बढ़ती गई और आज की स्थिति में 838 स्कूल बन्द हैं. शुरुआत में हजार के लगभग शिक्षक हड़ताल पर रहे और आज इनकी संख्या 3115 है. शिक्षा विभाग कलेक्टर साहब के निर्देशन में सतत मॉनिटरिंग कर रहा था और शिक्षक और छात्र नियमित स्कूल आ रहे थे. ये स्ट्राइक होने से इस पर असर पड़ा है और हम पुनः कोशिश करेंगे कि स्ट्राइक के बाद फिर से अभियान चलाया जाये. अभी तो बच्चों को नुकसान हो रहा है"