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अंबिकापुर में आधे शहर की सड़कों में क्यों रहता है अंधेरा?

problem of street lights in Ambikapur: अंबिकापुर में सौ करोड़ से ज्यादा की लागत से बनी रिंग रोड शहर की यातायात व्यवस्था और सुंदरता को बनाने के लिये बनाई गई थी, लेकिन इस रिंग रोड से विवादों का नाता शुरू से ही जुड़ा रहा है. अब आलम यह है कि रिंग रोड की स्ट्रीट लाइटें 3 माह से बंद पड़ी हैं.

problem of street lights in Ambikapur
अंबिकापुर में स्ट्रीट लाइट की समस्या
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Published : Feb 8, 2022, 12:47 PM IST

Updated : Feb 8, 2022, 1:43 PM IST

सरगुजा: 11 किलोमीटर की रिंग रोड में लगभग 50 प्रतिशत स्ट्रीट लाइट बंद हैं. बड़ी बात यह है कि रिंग रोड में पसरे अंधेरे (problem of street lights in Ambikapur) को नगर निगम भी दूर नहीं कर पा रहा है. रोड अब तक सीजीआरडीसी से नगर निगम ने हैंड ओवर नहीं लिया है. अधूरे निर्माण को पूरा बताकर सीजीआरडीसी रिंग रोड को नगर निगम के सुपुर्द करना चाहता है, लेकिन नगर निगम अपनी शर्तों पर अड़ा हुआ है. नतीजन ना तो नगर निगम रिंग रोड का मेंटनेंस कर रहा है और सीजीआरडीसी तो पहले ही खुद को जिम्मेदारी से मुक्त मान रहा है.

अंबिकापुर में स्ट्रीट लाइट की समस्या

11 किलोमीटर की रिंग रोड का निर्माण सीजीआरडीसी ने ठेकेदार के माध्यम से कराया था. पूरी रिंग रोड में 750 से अधिक स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं. इनमें आधे से अधिक बंद पड़ी हैं. बिलासपुर चौक से हरसागर तालाब तक और शिवधारी कॉलोनी से आकाशवाणी चौक तक स्ट्रीट लाइट बंद (Street light off in Ring Road of Ambikapur ) है. सड़क पर अंधेरा छाया रहता है, जिससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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नगर निगम ने कई बार सीजीआरडीसी को इस संबंध में पत्र लिखा है. कई चेतावनियों के बाद भी ना ही कोई जवाब आता और ना ही सीजीआरडीसी काम पूरा कर रही है. लिहाजा अब नगर निगम ने बिना हैंडओवर लिए ही मेंटनेंस का काम कराने का निर्णय लिया है. जबकि रिंग रोड का मेंटनेंस निर्माण एजेंसी यानी छत्तीसगढ़ रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (CGRDC) को करना है. हालांकि इससे नगर निगम को अतिरिक्त वित्तीय भार बढ़ेगा. मेयर डॉ. अजय तिर्की ने इस संबंध में कहा है कि सीजीआरडीसी के अधिकारी गायब हो गए हैं. ढूंढने से भी नहीं मिलते हैं. लिहाजा अब उन्हें ही कुछ करना होगा.

सरगुजा: 11 किलोमीटर की रिंग रोड में लगभग 50 प्रतिशत स्ट्रीट लाइट बंद हैं. बड़ी बात यह है कि रिंग रोड में पसरे अंधेरे (problem of street lights in Ambikapur) को नगर निगम भी दूर नहीं कर पा रहा है. रोड अब तक सीजीआरडीसी से नगर निगम ने हैंड ओवर नहीं लिया है. अधूरे निर्माण को पूरा बताकर सीजीआरडीसी रिंग रोड को नगर निगम के सुपुर्द करना चाहता है, लेकिन नगर निगम अपनी शर्तों पर अड़ा हुआ है. नतीजन ना तो नगर निगम रिंग रोड का मेंटनेंस कर रहा है और सीजीआरडीसी तो पहले ही खुद को जिम्मेदारी से मुक्त मान रहा है.

अंबिकापुर में स्ट्रीट लाइट की समस्या

11 किलोमीटर की रिंग रोड का निर्माण सीजीआरडीसी ने ठेकेदार के माध्यम से कराया था. पूरी रिंग रोड में 750 से अधिक स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं. इनमें आधे से अधिक बंद पड़ी हैं. बिलासपुर चौक से हरसागर तालाब तक और शिवधारी कॉलोनी से आकाशवाणी चौक तक स्ट्रीट लाइट बंद (Street light off in Ring Road of Ambikapur ) है. सड़क पर अंधेरा छाया रहता है, जिससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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नगर निगम ने कई बार सीजीआरडीसी को इस संबंध में पत्र लिखा है. कई चेतावनियों के बाद भी ना ही कोई जवाब आता और ना ही सीजीआरडीसी काम पूरा कर रही है. लिहाजा अब नगर निगम ने बिना हैंडओवर लिए ही मेंटनेंस का काम कराने का निर्णय लिया है. जबकि रिंग रोड का मेंटनेंस निर्माण एजेंसी यानी छत्तीसगढ़ रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (CGRDC) को करना है. हालांकि इससे नगर निगम को अतिरिक्त वित्तीय भार बढ़ेगा. मेयर डॉ. अजय तिर्की ने इस संबंध में कहा है कि सीजीआरडीसी के अधिकारी गायब हो गए हैं. ढूंढने से भी नहीं मिलते हैं. लिहाजा अब उन्हें ही कुछ करना होगा.

Last Updated : Feb 8, 2022, 1:43 PM IST
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