रायपुर: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा ने राजनीतिक रूप ले लिया है. विहिप के छत्तीसगढ़ बंद को व्यापारियों ने भी समर्थन दिया. लगभग सभी जिलों में दुकानें बंद रही. रायपुर में बड़ी संख्या में भाजपा और हिंदू परिषद के लोग सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बस स्टैंड भांठागांव, टाटीबंध चौक, भनपुरी चौक और जयस्तंभ चौक में चक्काजाम किया गया है. सुबह रायपुर के भाठागांव स्थित अंतरराज्यीय बस स्टैंड बंद करवाने पहुंचे विश्व हिंदू परिषद और भाजपा के कार्यकर्ताओं का बस चालकों से विवाद हो गया. विहिप कार्यकर्ताओं ने एक बस का शीशा तोड़ दिया. तनाव की स्थिति बनते देख पुलिस मौके पर पहुंची और बंद करवाने गए कार्यकर्ताओं को खदेड़ा.
बेमेतरा में बंद को समर्थन: बेमेतरा के व्यापारियों ने भी छत्तीसगढ़ बंद को पूरा समर्थन देते हुए दुकानें और बाजार बंद रखा. कुछ दुकानों को विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने बंद कराया. बंद के मद्देनजर बिरनपुर में 800 जवानों की तैनाती की गई है. देर रात साजा रेस्ट हाउस में कलेक्टर ने समाज प्रमुखों के साथ बैठक कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी की थी.
Bemetara violence incident: साम्प्रदायिक हिंसा के बाद बेमेतरा का बिरनपुर छावनी में तब्दील
कांकेर सूरजपुर में बंद का असर: कांकेर में भी बेमेतरा हिंसा के विरोध में शहर बंद है. सुबह से विहिप और भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर दिखे. व्यापारियों ने भी बंद के आव्हान पर अपनी दुकानें सुबह से ही बंद रखी.सुबह कुछ जगहों पर खुले ठेलों को भी संगठन के लोगों ने बंद कराया. बीजेपी व हिन्दू संगठन के लोगों को कहना है कि कांग्रेस सरकार के राज में अराजकता का माहौल है. आये दिन इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है.जिस पर सुध लेकर उचित कार्रवाई की जरूरत है, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हो. सूरजपुर में विहिप और बीजेपी के कार्यकर्ता बाजार बंद करा रहे हैं. बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
बेमेतरा में क्यों हुई हिंसा: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र के बिरनपुर गांव में हिंसा की शुरुआत खेल खेल में हुई. खेलने के दौरान दो पक्षों के बच्चों में विवाद हो गया. बच्चों की लड़ाई में बड़े भी कूद पड़े और देखते ही देखते इस विवाद ने खूनी रंग ले लिया. आपसी पत्थरबाजी और लाठी डंडों में एक वर्ग के युवक की हत्या हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव हुआ. गांव में धारा 144 लागू कर दी गई. 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. गांव में 2 हजार पुलिस जवानों को तैनात किया गया. दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा ने भी साजा में ही डेरा डाल दिया.
कवर्धा में भी भाजपा व विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता सुबह से शहर बंद कराने निकले. जरूरी सेवाएं छोड़कर सभी दुकानें बंद है. चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी बंद को समर्थन दिया है. संवेदनशील जगहों को बेरिकेट्स लगाकर बंद किया गया है. बोड़ला व लोहरा में और नेशनल हाइवे 30 में चक्काजाम का ऐलान किया गया है. सुबह 10 बजे से 3 बजे तक चक्काजाम होगा. बेमेतरा में भी विहिप के बंद का असर दिख रहा है.