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ukraine crisis : युद्ध की आशंका गहराई, भारतीयों को देश छोड़ने की सलाह

रूस यूक्रेन तनाव के बीच कीव स्थित भारतीय दूतावास (Embassy of India in Kyiv) ने परामर्श जारी किया है. यूक्रेन में युद्ध की आशंका गहराने के कारण वहां रह रहे भारतीय लोगों को देश छोड़ने का परामर्श (Indians to leave Ukraine temporarily) जारी किया गया है. यूक्रेन में युद्ध की आशंका के बीच दूतावास ने कहा, भारतीय नागरिकों को सभी सेवाएं प्रदान करने के लिए दूतावास सामान्य रूप से कार्य करना जारी रखेगा.

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Published : Feb 15, 2022, 12:14 PM IST

Updated : Feb 15, 2022, 3:54 PM IST

Partha Satpathy
यूक्रेन में भारतीय उच्चायुक्त पार्था सत्पथी (सौजन्य ट्विटर @IndiainUkraine)

नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन का तनाव भारतीय लोगों की चिंता का कारण बन रहा है. कीव में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे छात्रों व अन्य भारतीय लोगों को परामर्श (Indian students to leave Ukraine temporarily) दिया है कि अनिश्चितता भरे माहौल में यूक्रेन छोड़ दें. दूतावास के परामर्श (ukraine crisis Indian Embassy in Kyiv) में कहा गया है कि यूक्रेन में रह रहे भारतीय अस्थायी तौर पर यूक्रेन छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.

कीव में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से ऐसे छात्रों से कहा है कि मौजूदा स्थिति के मद्देनजर अस्थायी रूप से देश छोड़ने पर विचार करें जिनका प्रवास आवश्यक नहीं है. एक अनुमान के मुताबिक लगभग 20,000 भारतीय छात्र पूर्वी यूरोपीय देश- यूक्रेन में चिकित्सा और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं.

दूतावास को अपडेट रखें भारतीय नागरिक
दूतावास की एडवाइजरी में कहा गया, भारतीय नागरिकों को यूक्रेन की गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है. यूक्रेन के भीतर भी अनावश्यक यात्राओं से बचने को कहा गया है. कीव स्थित भारतीय दूतावास के परामर्श में कहा गया, भारतीय नागरिकों से अपील है कि 'यूक्रेन में उनकी उपस्थिति की स्थिति' के बारे में दूतावास को अपडेट रखें, ताकि 'जब और जहां जरूरी हो' मिशन को पहुंचने में सक्षम बनाया जा सके.

Ukraine
यूक्रेन में युद्ध की आशंका गहराई, भारतीय लोगों को देश छोड़ने का परामर्श

भारतीय विदेश मंत्रालय का रूख
बता दें कि पिछले महीने भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि सरकार अमेरिका और रूस के बीच उच्च स्तरीय चर्चा सहित यूक्रेन से जुड़ी घटनाओं पर करीब से नजर रख रही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, कीव में हमारा दूतावास भी स्थानीय घटनाओं की निगरानी कर रहा है. हम इस क्षेत्र और उससे आगे की शांति और स्थिरता के लिए निरंतर राजनयिक प्रयासों के माध्यम से स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान करते हैं.

राष्ट्रपति की इंस्टा पोस्ट से पहले कई देशों ने अपने नागरिकों को निकाला
रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने इंस्टाग्राम पोस्ट किया. 16 फरवरी की जेलेंस्की की इंस्टाग्राम पोस्ट से पहले पश्चिम के कई देशों ने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने के लिए कह चुके है. अमेरिका द्वारा कुछ दिनों में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की चेतावनी के बाद, एक दर्जन देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है. कुछ देशों को तो यह भी डर है कि यूक्रेन में युद्ध के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर शरणार्थी संकट हो सकता है. यूके, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस सहित दुनिया भर के नेता देश में अपने राजनयिक कर्मचारियों को निकाल रहे हैं और नागरिकों से किसी भी तरह से यूक्रेन छोड़ने का आग्रह किया है.

अमेरिका का रवैया
तनाव बढ़ता देख अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने घोषणा की है कि अमेरिका यूक्रेन में अपने दूतावास को कीव की राजधानी से पश्चिमी शहर लविवि (Lviv) में अस्थायी रूप से स्थानांतरित करेगा. उन्होंने रूसी आक्रमण के जोखिम को भी रेखांकित किया और कहा कि यूक्रेन संकट को हल करने के लिए कूटनीति का रास्ता अभी भी खुला है.

गौरतलब है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की (Ukraine President Vladimir Zelensky) ने रूस (Russia) को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने सोशल मीडिया फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यूक्रेन पर रूस हमला करने वाला है और इसके लिए 16 फरवरी का दिन तय किया गया है. व्लादिमीर जेलेंस्की (Vladimir Zelensky) ने पोस्ट में लिखा, '16 फरवरी रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले का दिन होगा.'

यह भी पढ़ें- 16 फरवरी को रूस करेगा यूक्रेन पर हमला : व्लादिमीर जेलेंस्की

वहीं, इस मामले पर व्हाइट हाउस ने कहा कि यूक्रेन को लेकर रूस के मौजूदा खतरे पर भारत सहित सहयोगियों के साथ अमेरिका मिलकर काम कर रहा है. वहीं, पेंटागन (अमेरिकी रक्षा विभाग का दफ्तर) के प्रवक्ता ने कहा, अमेरिका अब भी नहीं मानता कि पुतिन ने हमला करने का फैसला किया है, लेकिन संभव है कि वह बिना किसी चेतावनी के आगे बढ़ सकता है.

(एएनआई)

नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन का तनाव भारतीय लोगों की चिंता का कारण बन रहा है. कीव में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे छात्रों व अन्य भारतीय लोगों को परामर्श (Indian students to leave Ukraine temporarily) दिया है कि अनिश्चितता भरे माहौल में यूक्रेन छोड़ दें. दूतावास के परामर्श (ukraine crisis Indian Embassy in Kyiv) में कहा गया है कि यूक्रेन में रह रहे भारतीय अस्थायी तौर पर यूक्रेन छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.

कीव में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से ऐसे छात्रों से कहा है कि मौजूदा स्थिति के मद्देनजर अस्थायी रूप से देश छोड़ने पर विचार करें जिनका प्रवास आवश्यक नहीं है. एक अनुमान के मुताबिक लगभग 20,000 भारतीय छात्र पूर्वी यूरोपीय देश- यूक्रेन में चिकित्सा और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं.

दूतावास को अपडेट रखें भारतीय नागरिक
दूतावास की एडवाइजरी में कहा गया, भारतीय नागरिकों को यूक्रेन की गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है. यूक्रेन के भीतर भी अनावश्यक यात्राओं से बचने को कहा गया है. कीव स्थित भारतीय दूतावास के परामर्श में कहा गया, भारतीय नागरिकों से अपील है कि 'यूक्रेन में उनकी उपस्थिति की स्थिति' के बारे में दूतावास को अपडेट रखें, ताकि 'जब और जहां जरूरी हो' मिशन को पहुंचने में सक्षम बनाया जा सके.

Ukraine
यूक्रेन में युद्ध की आशंका गहराई, भारतीय लोगों को देश छोड़ने का परामर्श

भारतीय विदेश मंत्रालय का रूख
बता दें कि पिछले महीने भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि सरकार अमेरिका और रूस के बीच उच्च स्तरीय चर्चा सहित यूक्रेन से जुड़ी घटनाओं पर करीब से नजर रख रही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, कीव में हमारा दूतावास भी स्थानीय घटनाओं की निगरानी कर रहा है. हम इस क्षेत्र और उससे आगे की शांति और स्थिरता के लिए निरंतर राजनयिक प्रयासों के माध्यम से स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान करते हैं.

राष्ट्रपति की इंस्टा पोस्ट से पहले कई देशों ने अपने नागरिकों को निकाला
रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने इंस्टाग्राम पोस्ट किया. 16 फरवरी की जेलेंस्की की इंस्टाग्राम पोस्ट से पहले पश्चिम के कई देशों ने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने के लिए कह चुके है. अमेरिका द्वारा कुछ दिनों में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की चेतावनी के बाद, एक दर्जन देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है. कुछ देशों को तो यह भी डर है कि यूक्रेन में युद्ध के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर शरणार्थी संकट हो सकता है. यूके, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस सहित दुनिया भर के नेता देश में अपने राजनयिक कर्मचारियों को निकाल रहे हैं और नागरिकों से किसी भी तरह से यूक्रेन छोड़ने का आग्रह किया है.

अमेरिका का रवैया
तनाव बढ़ता देख अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने घोषणा की है कि अमेरिका यूक्रेन में अपने दूतावास को कीव की राजधानी से पश्चिमी शहर लविवि (Lviv) में अस्थायी रूप से स्थानांतरित करेगा. उन्होंने रूसी आक्रमण के जोखिम को भी रेखांकित किया और कहा कि यूक्रेन संकट को हल करने के लिए कूटनीति का रास्ता अभी भी खुला है.

गौरतलब है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की (Ukraine President Vladimir Zelensky) ने रूस (Russia) को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने सोशल मीडिया फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यूक्रेन पर रूस हमला करने वाला है और इसके लिए 16 फरवरी का दिन तय किया गया है. व्लादिमीर जेलेंस्की (Vladimir Zelensky) ने पोस्ट में लिखा, '16 फरवरी रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले का दिन होगा.'

यह भी पढ़ें- 16 फरवरी को रूस करेगा यूक्रेन पर हमला : व्लादिमीर जेलेंस्की

वहीं, इस मामले पर व्हाइट हाउस ने कहा कि यूक्रेन को लेकर रूस के मौजूदा खतरे पर भारत सहित सहयोगियों के साथ अमेरिका मिलकर काम कर रहा है. वहीं, पेंटागन (अमेरिकी रक्षा विभाग का दफ्तर) के प्रवक्ता ने कहा, अमेरिका अब भी नहीं मानता कि पुतिन ने हमला करने का फैसला किया है, लेकिन संभव है कि वह बिना किसी चेतावनी के आगे बढ़ सकता है.

(एएनआई)

Last Updated : Feb 15, 2022, 3:54 PM IST
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