बस्तर : जगदलपुर के ऐतिहासिक लाल परेड ग्राउंड में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इतिहास रचा गया.77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में बस्तर फाइटर्स प्लाटून ने मुख्य अतिथि को सलामी दी .जिसमें एक ट्रांसजेंडर जवान भी शामिल थी. जो बस्तर फाइटर में भर्ती होकर नक्सलियों से लोहा लेने के लिए अब तैयार है. बस्तर संभाग में नक्सलियों से निपटने के लिए बीते दिनों छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर संभाग के स्थानीय लोगों की भर्ती निकाली थी. जिन्हें बस्तर फाइटर्स का नाम मिला. बस्तर फाइटर्स में 2100 महिला पुरुष जवानों के साथ थर्ड जेंडर्स के लिए भी भर्ती की गई है.
बरखा बघेल ने ईटीवी भारत से अनुभव किए साझा : स्वतंत्रता दिवस के 77वें वर्षगांठ के अवसर पर बस्तर फाइटर प्लाटून ने भी मार्चपास्ट किया. जिसमें तृतीय लिंग की जवान बरखा बघेल भी शामिल थी. जवान के साथ ईटीवी भारत ने खास बातचीत की है. जिसमें बरखा बघेल ने अपने संघर्ष को बया किया है.बरखा की माने तो उन्हें बस्तर फाइटर बनकर काफी गर्व महसूस हो रहा है.
थर्ड जेंडर जवान बरखा बघेल के मुताबिक बस्तर फाईटर में भर्ती होने से पहले वह गरिमा गृह में थी. जिसके बाद वर्ष 2021 में कलेक्टर ने वृद्धा आश्रम में नौकरी दी. जिसके बाद चेतना चाइल्ड की मदद से लालबाग फिटनेस अकेडमी में ट्रेनिंग ली.जहां फिजिकल पास किया.
स्कूल से लेकर कॉलेज तक मुश्किलों का किया सामना : बरखा की माने तो स्कूल से लेकर कॉलेज बरखा ने बहुत सी तकलीफ झेली है. सभी जगह थर्ड जेंडर को इग्नोर किया जाता है. ऐसे बरखा के साथ भी हुआ.उनके मन के अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा तो था,लेकिन समाज में उतना समर्थन नहीं मिला जितना मिलना चाहिए था.
''आज जगदलपुर के ऐतेहासिक लालबाग मैदान में आयोजित परेड में शामिल होने का मौका मिला. जो काफी गर्व की बात है. इससे पहले जगदलपुर में ही रहकर अपनी पढ़ाई पूरी की थी. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर ग्राउंड के बाहर से ही अंदर आयोजित सभी कार्यक्रमों को देखा करती थी. लेकिन पुलिस विभाग में भर्ती होने के बाद यह पहली दफा है. जब परेड में शामिल हुई.''-बरखा बघेल, ट्रांसजेंडर जवान
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पुलिस की वर्दी से बदला लोगों का नजरिया : बरखा के मुताबिक जब वो वृद्ध आश्रम में काम करती थी, तब उन्हें लोग हीन भावना से देखते थे. लेकिन पुलिस में भर्ती होने के बाद लोगों की सोच में बदलाव आया है. बरखा आज तक पुलिस विभाग के अन्य महिला और पुरुष जवान उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे चल रहे हैं और उनका साथ दे रहे हैं.