गांधीनगर : गुजरात विधानसभा चुनाव में अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन दल बदलने की राजनीति शुरू हो गई है. लगभग 3000 'आप' कार्यकर्ताओं ने भाजपा के राज्य मुख्यालय पर अपनी टोपियां हटा कर भाजपा के प्रतीक चिह्न वाली टोपियां पहन लीं. दरअसल आम आदमी पार्टी ने किसानों की चिंताओं के आधार पर गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए टिकट का अनुरोध किया है, लेकिन शीर्ष स्तर से जवाब नहीं मिला है. ये भी चर्चा है कि टिकट की मांग करने वाले पार्टी से निकाले जा सकते हैं, इसलिए कार्रकर्ताओं का भी मोहभंग हो रहा है. कार्यकर्ताओं ने सार्वजनिक घोषणा कि है कि वह भाजपा के साथ हैं.
केजरीवाल की गुजरात यात्रा से पहले झटका : पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की है अब उसका ध्यान गुजरात विधानसभा चुनाव पर है. आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात में जल्द ही रोड शो करेंगे. उससे पहले ही तीन हजार से ज्यादा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा में चले गए. भाजपा में शामिल होने वालों में गिर सोमनाथ, चाडा, वाक्या, सूत्रपाड़ा, थसरा, पेटलाड, तारापुर, उमरेठ, बोरसाद, खंभात, पाटन, मेहसाणा, सूरत, नवसारी, वापी, अहमदाबाद, गांधीनगर और पेथापुर से हैं. माना जा रहा है कि ज्यादातर आम आदमी पार्टी के सौराष्ट्र क्षेत्र के किसान नेता और कार्यकर्ता औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए हैं.
2022 के चुनाव में 150 सीटों का लक्ष्य : जबसे सीआर पाटिल ने गुजरात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला है, पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में 150 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. असंतुष्ट कार्यकर्ता और नेता पार्टी में आ रहे हैं. उधर, 'आप' महासचिव मनोज सोरठिया ने भाजपा के दावे को खारिज करते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी चुनाव से पहले गुजरात की राजनीति में 'आप' के उभरने से डरी हुई है. उन्होंने कहा कि 'आप' गुजरात की सभी 182 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
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