बीजापुर: नक्सल मोर्चे पर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को एक बार फिर पटखनी दी है. शुक्रवार को सुकमा और बीजापुर बॉर्डर पर नक्सलियों ने दो आईईडी बरामद किया. इसे जंगल में प्लांट किया गया था. सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए नक्सलियों ने इस आईईडी को लगाया था. चार चार किलो के दो आईईडी थे. अगर इसमें धमाका होता तो बड़ा नुकसान हो सकता था.
सीआरपीएफ टीम को निशाना बनाने की थी साजिश: बीजापुर और सुकमा जिलों की सीमा पर एक पहाड़ी से दोनों आईईडी को बरामद किया गया है. 4 किलोग्राम वजनी आईईडी को सुबह गोलाकोंडा की पहाड़ियों से बरामद किया गया. जब सीआरपीएफ की टीम और कमांडो बटालियन गश्त पर निकली थी. कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन की टीम ने इस आईईडी को बरामद किया . फिर बाद में दोनों आईईडी को विस्फोट कर बेकाम किया गया. सुरक्षा बलों की सतर्कता और सूझबूझ से नक्सलियों के नापाक मंसूबे फेल हो गए.
कैसे आईईडी किया गया था प्लांट?: दोनों आईईडी को सीरीज में लगाया गया था. जमीन के अंदर और पचास मीटर के दायरे में इसे प्लांट किया गया था. स्टील के कंटेनर में रखकर इसे रखा गया था. दोनों आईईडी कमांड और प्रेशर मैकेनिज्म से संचालित होने वाले थे.
एक अधिकारी ने बताया कि "स्टील के कंटेनरों में पैक किए गए आईईडी को जमीन के नीचे रखा गया था. जिसे जमीन से निकालकर बम निरोधक दस्ते ने नष्ट किया. इस इलाके में नक्सली ज्यादातर आईईडी प्लांट करने का काम करते हैं. कई बार इसकी चपेट में सुरक्षाकर्मी, ग्रामीण और मवेशी भी आ चुके हैं"
एक बार फिर सुरक्षाबलों की मुस्तैदी के कारण एक बड़ी नक्सली घटना नाकाम हो गई. इलाके में सिक्योरिटी फोर्स ने सर्चिंग बढ़ा दी है. ताकि इस तरह की और भी कोई भी नक्सल वारदात न हो सके.