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महाराष्ट्र में काल बनकर आई बारिश, 112 लोगों की गई जान, CM ने किया रायगड का दौरा

महाराष्ट्र में इन दिनों आफत की बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. बारिश का कहर सबसे ज्यादा रायगड जिले पर दिख रहा है. भारी बारिश के कारण राहत कार्य में यहां भारी दिक्कत आ रही है.

Rain In Maharashtra, Maharashtra News
महाराष्ट्र में बारिश
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Published : Jul 24, 2021, 8:46 PM IST

Updated : Jul 25, 2021, 7:12 AM IST

मुंबई: महाराष्ट्र में बारिश (Rain In Maharashtra) काल बनकर आई है और देखते ही देखते दर्जनों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. राज्य में अब तक 112 लोगों की मौत हो हो चुकी है, 36 लोग घायल हैं और 56 लोग लापता हैं. सबसे अधिक प्रभावित जिला रायगड (Raigad Maharashtra) है, जहां अब तक 49 लोग काल के गाल में समा चुके हैं. मलबे में फंसे लोगों की जिंदगी को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. माना जा रहा है कि मौत के आंकड़ों में अभी और इजाफा होगा.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रायगड का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि भूस्खलन की घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्थायी रूप से स्थानांतरित करने और स्थानांतरित करने की योजना लेकर आएगी. रायगढ़ जिले के तलिये गांव में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने जान गंवाने वालों और पीड़ितों के परिजनों को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया. ठाकरे कल रत्नागिरी जिले के चिपलून जाएंगे. बाद में वह सतारा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे.

Rain In Maharashtra, Maharashtra News
सीएम ने किया दौरा

इसके पहले सूबे के उप मुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने शनिवार बताया कि राज्य में भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन (Landslide) के चलते 112 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बारिश के कारण रायगड जिला सर्वाधिक प्रभावित हुआ है और यहां मृतकों की संख्या शनिवार को बढ़कर 47 हो गई है. इनमें तलीये गांव में भूस्खलन में मारे गए 37 लोग शामिल हैं. पुणे में डिप्टी सीएम ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में अभी तक नौ जिलों से करीब 90,000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. ये जिले पिछले चार दिनों में हुई भारी बारिश से प्रभावित हैं.

मृतक के परिजनों को राज्य सरकार 5 लाख व केंद्र सरकार 2 लाख देगी

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही बाढ़ और भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा कर चुकी है, जबकि केंद्र सरकार ने प्रत्येक को दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इन प्रभावित इलाकों में राशन 'किट' बांटने का फैसला किया है

राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से फोन पर की बात

राष्ट्रपति कोविंद ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से फोन पर बात की. इस दौरान राज्य में बारिश और बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान पर चिंता व्यक्त की. राज्यपाल ने उन्हें लोगों की दुर्दशा को कम करने के लिए किए गए बचाव और राहत कार्यों से अवगत कराया.

NDRF की 34 टीमें बचाव कार्य में जुटीं

तटीय कोंकण क्षेत्र में रायगढ़ और पश्चिमी महाराष्ट्र में कोल्हापुर (Kolhapur) जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. इसके अलावा सातारा जिले के कई हिस्सों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है. एनडीआरएफ (NDRF) की 34 टीमें बारिश से प्रभावित जिलों में सेना, तटरक्षक बल और अन्य की 8 अन्य टीमें मुंबई, रत्नागिरी, कोल्हापुर, रायगढ़, ठाणे, पालघर, सतारा, सांगली, सिंधुदुर्ग, नागापुर और पुणे में बचाव कार्य कर रही हैं.

पढ़ें: महाराष्ट्र: सेल्फी लेने के चक्कर में पुल के खंभे पर चढ़ा युवक, आफत में जान

अब तक एनडीआरएफ की टीमों ने करीब 1800 लोगों को बचाया है और 87 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. साथ ही अतिरिक्त 8 टीम को शनिवार को कोलकाता से वड़ोदरा के लिए एयरलिफ्ट किया गया है. इनके अलावा, एसडीआरएफ की चार टीमें भी लोगों को निकालने के अभियान में लगी हुई हैं.

90,000 लोगों को सुरक्षित बचाया गया

राहत एवं पुनर्वास विभाग से मिली सूचना के अनुसार, राज्य में अभी तक करीब 90,000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. इस दौरान 75 पशुओं की मौत हो गई है. डिप्टी सीएम ने बताया कि पुणे जिले में 23 इलाके भूस्खलन संभावित क्षेत्र में आते हैं, जिनमें अंबेगांव में पांच इलाके, मावल व खेड़ में दो-दो इलाके, भोर में तीन इलाके, मुलशी, जुन्नार और वेल्हा में एक-एक इलाका शामिल हैं. इन इलाकों में भी कई लोगों की जान जा चुकी है.

कहा कि राज्य सरकार पहले ही बाढ़ और भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा कर चुकी है. वहीं केंद्र सरकार ने प्रत्येक को दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान किया है. इससे पहले दिन में अधिकारियों ने बताया था कि सतारा जिले की पाटन तहसील के अंबेघर गांव में एक भूस्खलन स्थल से पांच लोगों के शव निकाले गए. उन्होंने बताया था कि 16 लोगों के इस घटनास्थल पर फंसे होने की आशंका है।

सांसद राणा ने किया दौरा

अमरावती जिले में एक सप्ताह से जारी मूसलाधार बारिश से जिले के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ आ गई है. सांसद नवनीत राणा ने शनिवार को जिले के अमरावती तालुका सहित भटककुली चंदुरबाजार क्षेत्र में भारी बारिश से प्रभावित गांवों का दौरा किया. इस दौरान 18 जुलाई को भटकुली तालुका के खार्तलेगांव में नाले में आई बाढ़ में बह गए दो युवकों के परिवारों से मुलाकात की और परिवारों को सांत्वना दी.

(पीटीआई-भाषा)

मुंबई: महाराष्ट्र में बारिश (Rain In Maharashtra) काल बनकर आई है और देखते ही देखते दर्जनों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. राज्य में अब तक 112 लोगों की मौत हो हो चुकी है, 36 लोग घायल हैं और 56 लोग लापता हैं. सबसे अधिक प्रभावित जिला रायगड (Raigad Maharashtra) है, जहां अब तक 49 लोग काल के गाल में समा चुके हैं. मलबे में फंसे लोगों की जिंदगी को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. माना जा रहा है कि मौत के आंकड़ों में अभी और इजाफा होगा.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रायगड का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि भूस्खलन की घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्थायी रूप से स्थानांतरित करने और स्थानांतरित करने की योजना लेकर आएगी. रायगढ़ जिले के तलिये गांव में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने जान गंवाने वालों और पीड़ितों के परिजनों को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया. ठाकरे कल रत्नागिरी जिले के चिपलून जाएंगे. बाद में वह सतारा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे.

Rain In Maharashtra, Maharashtra News
सीएम ने किया दौरा

इसके पहले सूबे के उप मुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने शनिवार बताया कि राज्य में भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन (Landslide) के चलते 112 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बारिश के कारण रायगड जिला सर्वाधिक प्रभावित हुआ है और यहां मृतकों की संख्या शनिवार को बढ़कर 47 हो गई है. इनमें तलीये गांव में भूस्खलन में मारे गए 37 लोग शामिल हैं. पुणे में डिप्टी सीएम ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में अभी तक नौ जिलों से करीब 90,000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. ये जिले पिछले चार दिनों में हुई भारी बारिश से प्रभावित हैं.

मृतक के परिजनों को राज्य सरकार 5 लाख व केंद्र सरकार 2 लाख देगी

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही बाढ़ और भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा कर चुकी है, जबकि केंद्र सरकार ने प्रत्येक को दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इन प्रभावित इलाकों में राशन 'किट' बांटने का फैसला किया है

राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से फोन पर की बात

राष्ट्रपति कोविंद ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से फोन पर बात की. इस दौरान राज्य में बारिश और बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान पर चिंता व्यक्त की. राज्यपाल ने उन्हें लोगों की दुर्दशा को कम करने के लिए किए गए बचाव और राहत कार्यों से अवगत कराया.

NDRF की 34 टीमें बचाव कार्य में जुटीं

तटीय कोंकण क्षेत्र में रायगढ़ और पश्चिमी महाराष्ट्र में कोल्हापुर (Kolhapur) जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. इसके अलावा सातारा जिले के कई हिस्सों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है. एनडीआरएफ (NDRF) की 34 टीमें बारिश से प्रभावित जिलों में सेना, तटरक्षक बल और अन्य की 8 अन्य टीमें मुंबई, रत्नागिरी, कोल्हापुर, रायगढ़, ठाणे, पालघर, सतारा, सांगली, सिंधुदुर्ग, नागापुर और पुणे में बचाव कार्य कर रही हैं.

पढ़ें: महाराष्ट्र: सेल्फी लेने के चक्कर में पुल के खंभे पर चढ़ा युवक, आफत में जान

अब तक एनडीआरएफ की टीमों ने करीब 1800 लोगों को बचाया है और 87 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. साथ ही अतिरिक्त 8 टीम को शनिवार को कोलकाता से वड़ोदरा के लिए एयरलिफ्ट किया गया है. इनके अलावा, एसडीआरएफ की चार टीमें भी लोगों को निकालने के अभियान में लगी हुई हैं.

90,000 लोगों को सुरक्षित बचाया गया

राहत एवं पुनर्वास विभाग से मिली सूचना के अनुसार, राज्य में अभी तक करीब 90,000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. इस दौरान 75 पशुओं की मौत हो गई है. डिप्टी सीएम ने बताया कि पुणे जिले में 23 इलाके भूस्खलन संभावित क्षेत्र में आते हैं, जिनमें अंबेगांव में पांच इलाके, मावल व खेड़ में दो-दो इलाके, भोर में तीन इलाके, मुलशी, जुन्नार और वेल्हा में एक-एक इलाका शामिल हैं. इन इलाकों में भी कई लोगों की जान जा चुकी है.

कहा कि राज्य सरकार पहले ही बाढ़ और भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा कर चुकी है. वहीं केंद्र सरकार ने प्रत्येक को दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान किया है. इससे पहले दिन में अधिकारियों ने बताया था कि सतारा जिले की पाटन तहसील के अंबेघर गांव में एक भूस्खलन स्थल से पांच लोगों के शव निकाले गए. उन्होंने बताया था कि 16 लोगों के इस घटनास्थल पर फंसे होने की आशंका है।

सांसद राणा ने किया दौरा

अमरावती जिले में एक सप्ताह से जारी मूसलाधार बारिश से जिले के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ आ गई है. सांसद नवनीत राणा ने शनिवार को जिले के अमरावती तालुका सहित भटककुली चंदुरबाजार क्षेत्र में भारी बारिश से प्रभावित गांवों का दौरा किया. इस दौरान 18 जुलाई को भटकुली तालुका के खार्तलेगांव में नाले में आई बाढ़ में बह गए दो युवकों के परिवारों से मुलाकात की और परिवारों को सांत्वना दी.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jul 25, 2021, 7:12 AM IST
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