जांजगीर-चांपा : अकलतरा थाना क्षेत्र के परसाही में शराब पीने के बाद तीन लोगों की तबीयत बिगड़ी थी. लेकिन इलाज के दौरान तीनों की ही मौत हो गई.इस घटना के बाद पुलिस ने जांच की तो पता चला कि तीनों की मौत जहर के सेवन से हुई है.जो उस शराब में मिली थी जो आखिरी बार तीनों ने साथ बैठकर पी.इस केस में पुलिस ने तफ्तीश के दौरान मृतकों के परिजनों से गहन पूछताछ की.जिसमें से एक मृतक संत कुमार सांडे की पत्नी जयंती सांडे पर पुलिस को शक हुआ. जयंती के बारे में पता करने पर पुलिस को पता चला कि जयंती का गांव के ही सागर रत्नाकर के साथ अवैध संबंध है.बस फिर क्या था पुलिस ने जब दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारी कहानी सामने आ गई.
कैसे रची थी साजिश ? (Wife mixed poison in liquor to kill husband) : पुलिस के मुताबिक घटना वाले दिन घर में रखी शराब में जयंती ने जहर मिलाकर रखा था. जब संत कुमार घर आया तो शराब पीना शुरु किया.लेकिन इसी दौरान संत के दो दोस्त संजय और जितेंद्र भी आ गए. इसलिए संत अपने दो दोस्तों को लेकर घर के पीछे बने बाड़ी में चला गया.जहां तीनों ने मिलकर शराब पी.थोड़ी देर बाद तीनों की हालत खराब होने लगी.परिजनों ने तीनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया.जहां संत और संजय की मौत हो गई.वहीं जितेंद्र को बिलासपुर में इलाज के लिए रेफर किया गया था.लेकिन उसकी भी जान नहीं बचाई जा सकी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में तीनों के ही शरीर में जहर होने की पुष्टि हुई.
क्यों की गई हत्या ? : सागर रत्नाकर और जयंती सांडे के बीच अवैध संबंध बन चुका था. जिसकी जानकारी जयंती के पति संत कुमार सांडे को थी.इस बात को लेकर आए दिन घर में झगड़ा और मारपीट की घटना होती. आखिरकार जयंती ने अपने प्रेमी सागर के साथ मिलकर पति संत कुमार को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. इसके लिए जयंती ने घर में रखी शराब में जहर मिला दिया था.जयंती का मकसद सिर्फ संत कुमार की जान लेना था.लेकिन संत के शराब पीने के दौरान उसके दो दोस्तों ने भी इस जहरीली शराब का सेवन कर लिया.जिससे उनकी भी मौत हो गई.
''जयंती ने जहर मिली शराब अपने पति संत सांडे को पीने के लिए दी थी.लेकिन संत ने अपने दोनों दोस्तों के साथ मिलकर शराब पी ली.जिसके कारण संत के साथ उसके दो दोस्तों की भी मौत हो गई. इस केस में पूछताछ के बाद संत की पत्नी और प्रेमी सागर ने अपना जुर्म कबूल किया है.जिन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.'' अनिल कुमार सोनी, एएसपी
बीजेपी ने मौतों के बाद किया था हंगामा :आपको बता दें कि शराब पीने के बाद हुई मौत को लेकर बीजेपी ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया था. इस दौरान बीजेपी ने इलाके में अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद ही मामला शांत हुआ था.लेकिन पुलिस की जांच में मामला कुछ और निकला.लिहाजा अब असली गुनाहगार सलाखों के पीछे हैं.