रायपुर: प्रदेश का हाई प्रोफाइल जिले दुर्ग में पुलिस ने दो दिन पहले महादेव एप के सटोरियों को दबोचा है. पुलिस गिरफ्त में आए खाईवालों से दुर्ग पुलिस को अहम जानकारी मिली है. आईपीएल में सटोरिए बॉलिंग से लेकर हर एक रन और चौके छक्कों पर बेट लगाते हैं. रायपुर में ही करोड़ों का सट्टा लगता है. ऐसे में सटोरियों की सूची साइबर यूनिट ने रेडी कर ली है. एसीसीयू प्रभारी गिरीश तिवारी ने बताया कि 'पिछले साल पकड़े गए खाईवालों की पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस पता लगा रही है कि खाईवाल वर्तमान में है कहां. इसके अलावा सटोरियों की सूची भी बनाई जा रही है."
टॉस से लेकर चौके छक्कों में करोड़ों का दांव: पुलिस ने बताया कि "आईपीएल में सबसे ज्यादा सट्टेबाजी का खेल होता है. खाईवाल लीग शुरू होने से पहले ही सक्रिय हो जाते हैं. बाकायदा अलग अलग इलाकों में अपनी टीम बनाकर सट्टेबाजी का खेल खेलते हैं. अकेले रायपुर से ही आईपीएल में रोजाना करीब 40 करोड़ का सट्टा लगता है. पुलिस ने पिछले साल रायपुर में ढाई सौ से अधिक खाईवाले और सटोरियों को दबोचा था. पुलिस ने उनको शॉर्टलिस्ट किया है. आईपीएल के मैच में टॉस से लेकर बैटिंग, बॉलिंग, चौके, छक्के के अलावा हर 1 रन पर भी करोड़ों का दांव बड़े खाईवाल लगाते हैं."
विशेष टीम करेगी निगरानी: रायपुर सिटी एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि "आईपीएल के सीजन शुरू हो रहा है. इसमें जमकर सट्टेबाजी का खेल चलता है. ऐसे में शहर और जिले के कई इलाकों में सट्टा कारोबार पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की विशेष टीम की नजर रहेगी. इस पर शिकंजा कसने के लिए हमने टेक्निकल टीम को भी अलर्ट किया है. नए कानून के अनुसार पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी."
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नये कानून बनने से पड़ोसी राज्यों भागे बड़े खाईवाल: हाल में छत्तीसगढ़ सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग को लेकर नया कानून बनाया है. इस कानून में ऑनलाइन जुआ खेलने या आयोजित करने वाले के खिलाफ 7 साल की सजा और 10 लाख के जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है. छत्तीसगढ़ में लगातार ऑनलाइन गेमिंग के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने विधानसभा में जुआ प्रतिषेध विधेयक 2022 पारित किया था. इस विधेयक के पारित होते ही छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टा या सार्वजनिक जगहों पर जुआ खेलना अब कानून के दायरे में आ गया है. ऐसे में आईपीएल शुरू होने से पहले बड़े खाईवाल पड़ोसी राज्यों की शरण ले लिए हैं और छोटे खाईवालों को यहां सक्रिय कर दिए हैं, ताकि पुलिस के पकड़ में आने से बच सकें.
आईडी पासवर्ड का है पूरा खेल: छतीसगढ़ में नए कानून बनने के बाद सटोरिए अब महफूज जगह पर बैठ कर आईडी चलाने की फिराक में है. आईपीएल मैच के दौरान दांव लगाने के लिए कई नामों से करीब 50 से ज्यादा आईडी ऑपरेट की जाती है, जिसका पूरा कनेक्शन बड़े शहरों से होता है. पैसा जमा होने के हिसाब से आईडी पासवर्ड बना दिया जाता है. इन शहरों में बैठे कई बुकी रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई, रायगढ़, अंबिकापुर, बस्तर जैसे छोटे कस्बों में अपनी लाइनें देते हैं. ये लाइनें खास आईडी और पासवर्ड से ही खुलती हैं.