लखीमपुर खीरी: आपने हाथी मेरे साथी के साथ साथ इंसान और जानवरों की दोस्ती की खबरें सुनी होंगी. इसी तरह अमेठी जनपद में आरिफ और सारस की दोस्ती भी खूब सुर्खियों लूटी थी. ऐसे ही एक मामला लखीमपुर खीरी जनपद के भीरा थाना इलाके से सामने आया है. यहां गांव निवासी एक किसान की मौत के बाद उसकी बंदर से दोस्ती का मामला सामने आया है. बंदर किसान की मौत के बाद परिजनों के साथ मातम मना रहा है.
गौरतलब है कि भीरा थाना इलाके के गोंधिया गांव में एक किसान चंदन वर्मा रहते थे. गांव निवासी बाबूराम वर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि किसान का जंगल के किनारे खेत था. किसान जब जंगल में खाना खाने बैठता था, उसी दौरान उनके पास एक बंदर आकर बैठ जाता था. किसान जो खाता था, वह बंदर को भी खिलाता था. धीरे-धीरे किसान चंदन और बंदर की दोस्ती हो गई. इस दोस्ती के बाद भी बंदर किसान के घर कभी नहीं आया था. पिछले कुछ सालों से किसान पैरालिसिस के अटैक से बीमार पड़ गया था. जिसकी वजह से उनका जंगल जाना छूट गया था. वहीं, बीते दिनों किसान चंदन की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई.
किसान की मौत में उनके परिजन और रिश्तेदार शामिल हुए थे. इसी दौरान एक बंदर किसान के घर पहुंच गया. बंदर ने किसान के शव को चादर उठाकर देखा. इसके बाद इधर-उधर बैठकर रोता रहा. बंदर के रोने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में बंदर किसान के शव के पास ही दुखी होकर लेट जाता है. बंदर के मातम में शामिल होने से परिजन डरे हुए थे. लेकिन बंदर ने किसी पर हमला नहीं किया. वह केवल किसान के शव को देखकर लगातार रोता रहा.
किसान चंदन की मौत के बाद बंदर की यह बात ग्रामीणों से खुलकर सामने आई है. इस दौरान किसी ग्रमीण ने बंदर के रोने और बैठकर दुखी होने का वीडिया बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि जब तक किसान का अंतिम संस्कार नहीं किया गया. तब तक बंदर किसान के घर के पास ही दुखी होकर लेटा रहा.
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