कांकेर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में जितने चर्चित इस बार पार्टियों के प्रत्याशी हैं उतने ही चर्चित इस बार भानुप्रतापपुर के भैसाकन्हार गांव के रहने वाले शेरसिंह हिड़को भी हैं. 93 साल की उम्र शेरसिंह हिड़को ने अपने जीवन का पहला वोट अपने गांव के मतदान केंद्र पर डाला. दरअसल चुनाव आयोग ने इस बार शत प्रतिशत मतदान के लिए जागरुकता अभियान चलाया था. अभियान के दौरान जिन लोगों का नाम वोटर लिस्ट से नहीं जुड़ा था उनके नाम जोड़े जा रहे थे. चुनाव आयोग की टीम जब भैसाकन्हार गांव पहुंची तो लोगों ने बताया कि शेरसिंह हिड़को ने आज तक वोट नहीं डाला है, क्योंकि उनका वोटर आईडी नहीं बना है. आयोग ने तुरंत शेरसिंह से मुलाकात की और उनका नाम वोटर लिस्ट में शामिल कराया. जिसके बाद आज 93 साल के शेरसिंह ने अपना कीमती वोट डाला.
93 की उम्र में जीवन का पहला वोट: शेरसिंह हिड़को के घर वाले कहते हैं कि उम्र ज्यादा होने की वजह से वो सुन और बोल नहीं सकते हैं. पर जब घरवालों ने उनको इशारे में समझाया कि उनका नाम वोटर लिस्ट में जुड़ गया है, अपना वोट वो डाल सकते हैं, ये जानकार वो बहुत खुश हुए. सुबह उठते ही सबसे पहले परिवार वाले उनको लेकर भैसाकन्हार मतदान केंद्र पहुंचे जहां शेरसिंह ने अपने जीवन का पहला वोट डाला. चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार कांकेर में मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए 74 हजार से ज्यादा आवेदन मिले थे और अकेले भानुप्रतापपुर में 32 हजार से ज्यादा आवेदन मिले थे.
शेरसिंह हिड़को बने मिसाल: कहते हैं जब जागो तभी सवेरा. जीवन के 93 बसंत देख चुके शेरसिंह हिड़को जब अपना मत दे सकते हैं तो फिर हम और आप क्यों नहीं. ईटीवी भारत की टीम भी आपसे ये अपील करती है कि लोकतंत्र के महापर्व में अपना कीमती वोट जरूर दें. आपका एक वोट न सिर्फ परिवर्तन ला सकता है बल्कि विकास को नई रफ्तार भी दे सकता है.