दुर्ग: दुर्ग के आदर्श नगर स्थित पंकज राठी के घर में हुई करीब 3 करोड़ रुपयों की बड़ी चोरी के बाद आरोपी की तलाश को लेकर जब पुलिस ने विवेचना शुरू किया. सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की गई.
टीम ने गोवा पहुंचकर आरोपी को किया गिरफ्तार: पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सुराग मिला. आरोपी की पहचान अक्षय ईरानी के तौर पर हुई. आरोपी के फोन नंबर से उसके लोकेशन का पुलिस को पता चला. पहले आरोपी का लोकेशन मुंबई मिला. फिर आरोपी का लोकेशन गोवा में मिला. इसके बाद पुलिस की पांच सदस्यीय टीम गोवा गई और आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया. फिर आरोपी की गिरफ्तारी हुई.
एसपी ने कही ये बात : दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि "आरोपी अक्षय भैसारे मूल रूप से मिनीमाता नगर कलमना नागपुर महाराष्ट्र का रहने वाला है और वर्तमान में अपने ससुराल दुर्ग में रहता है. पुलिस ने आरोपी के पास से चोरी के सामान को बरामद कर लिया है. पुलिस ने आरोपी के पास से 2.25 करोड़ का 2 किलो सोना और 15 किलो चांदी के जेवरात समेत 6.50 लाख नगदी बरामद किया है."
चोरी के पैसे से कर रहा था अय्याशी: विधायक बृजमोहन अग्रवाल के रिश्तेदार पंकज राठी के घर करोड़ों रुपए की चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने 1.50 लाख लेकर अपने दोस्तों को घूमाने के लिए ले गया. जहां सभी लोग चोरी के पैसे से अय्याशी कर रहे थे. पुलिस की टीम आरोपी को पकड़ने के लिए मुम्बई, पुणे, गोवा रवाना हुई. आरोपी आपने दोस्तों के साथ अंजुना बीच में घूम रहे थे. आरोपी जैसे बीच से बाहर आया, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि " उसने दुर्ग जिले में 1 साल में 8 तो 2 साल में नागपुर में 40 चोरी की वारदात को अंजाम दिया. इसके साथ ही आरोपी के खिलाफ नागपुर में 41 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है. जिसमें चोरी, नकबजनी, लूट, डकैती समेत एक्सटॉर्सन जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं
जेल से छूटने के बाद चोरी की वारदात को दिया अंजाम: आरोपी अक्षय भैसारे हत्या के प्रयास के मामले में 12 साल सजा कटकर 17 फरवरी 2022 को नागपुर जेल से बाहर आया. जिसके बाद आरोपी अपने ससुराल दुर्ग के तितुरडीह में निवास कर रहा था. आरोपी ने आसपास के लोगों को टोपी चश्मा बेचने का व्यवसाय करना बताया था. आरोपी दिन में घूम घूमकर रेकी करता था और देर रात चोरी की वारदात को अंजाम देता था.