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Roorkee Conversion Case: ढाई साल के बच्चे का धर्मांतरण, रोकने गए पिता को ससुरालियों ने पीटा - रुड़की लेटेस्ट न्यूज

उत्तराखंड में बिना मां के बच्चे का धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है. आरोप है कि जब पिता ने आरोपियों को ऐसा करने से रोका तो उन्होंने उसके साथ भी मारपीट की. पिता ने थाने में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी है.

Roorkee Conversion Case
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Published : Feb 18, 2023, 7:52 PM IST

रुड़की: हरिद्वार जिले में ढाई साल के बच्चे का कराने का मामला सामने आया है. इस मामले में बच्चे के पिता ने रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है. तहरीर में पीड़ित पिता ने आरोप लगाया है कि पत्नी की मौत के बाद उसके सुसरालियों ने उसके बच्चे का मुस्लिम रिति रिवाज के तहत धर्मांतरण कराया है. वहीं, पीड़ित पिता का ये भी कहना है कि जब उसने इसका विरोध किया तो ससुराल वालों ने उसके साथ घर में घुसकर मारपीट भी की. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच तो शुरू कर दी है, लेकिन अभीतक मुकदमा दर्ज नहीं किया है.

रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के आदर्शनगर के रहने वाले अरविंद कुमार ने पुलिस को बताया कि वो हाउस फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं और करीब पांच साल पहले उसकी मुलाकात यूपी के गाजियाबाद की रहने वाली आयशा से हुई थी. कुछ दिनों में ये मुलाकात प्यार में बदल गई और दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया.
पढ़ें- purola conversion case: पादरी के बाद अन्य लोगों की गिरफ्तारी की तैयारी, तीन ने कोर्ट में लगाई अग्रिम जमानत की याचिका

अरविंद कुमार ने पुलिस को जो बताया उसके मुताबिक दोनों हिंदू रिति रिवाज के अनुसार शादी के बंधन में भी बंध गए. 13 अगस्त 2022 को आयशा ने बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने शिवांश रखा. कुछ समय पहले आयशा की बीमारी के चलते मौत हो गई थी.

अरविंद कुमार का आरोप है कि आयशा के परिजन उसका शव अपने साथ ले गए थे और अपने रिति-रिवाज से उसको सुपुर्द-ए-खाक कर दिया था. पीड़ित अरविंद कुमार ने उन्हें रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी. इसके बाद से ही उसका बेटा उनके साथ बाद रुड़की में ही रहने लगा था.

आरोप है कि बीते तीन जनवरी को ससुराल पक्ष के लोग उसकी गैर मौजूदगी में उसके घर आए और उसके पिता के साथ मारपीट की. इसी के साथ घर में तोड़फोड़ भी की गई और उसके बेटे को उठाकर ले गए. आरोपी उसकी स्कूटी लेकर भी चले गए थे. आरोप है कि अपने बेटे को लेने उसकी ससुराल गया तो उसे पता चला कि उसके बेटे का मुस्लिम रिति रिवाज से धर्मांतरण करा दिया गया है.
पढ़ें- Uttarkashi Conversion: पुरोला धर्मांतरण के आरोपी पादरी और पत्नी गिरफ्तार, हो सकती है 10 साल की जेल

साथ ही उसका नाम शिवांश से बदलकर असद कर दिया, जब उसने विरोध किया तो उस पर हमला किया गया, जिसके बाद वह किसी तरह से बचाकर अपने घर आया. वहीं युवक ने आरोप लगाया कि जब उसने घर आकर फोन पर पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी तो रविवार को ससुराल के लोग उसके घर आ धमके और मारपीट कर दी. इसकी जानकारी होने पर हिंदू संगठन के लोग उसे लेकर कोतवाली सिविल लाइन पहुंचे और अरविंद से तहरीर दिलवाई. सिविल लाइन कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक नरेश गंगवार ने बताया कि पुलिस को तहरीर मिली है, जिसके आधार मामले की छानबीन की जा रही है.

रुड़की: हरिद्वार जिले में ढाई साल के बच्चे का कराने का मामला सामने आया है. इस मामले में बच्चे के पिता ने रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है. तहरीर में पीड़ित पिता ने आरोप लगाया है कि पत्नी की मौत के बाद उसके सुसरालियों ने उसके बच्चे का मुस्लिम रिति रिवाज के तहत धर्मांतरण कराया है. वहीं, पीड़ित पिता का ये भी कहना है कि जब उसने इसका विरोध किया तो ससुराल वालों ने उसके साथ घर में घुसकर मारपीट भी की. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच तो शुरू कर दी है, लेकिन अभीतक मुकदमा दर्ज नहीं किया है.

रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के आदर्शनगर के रहने वाले अरविंद कुमार ने पुलिस को बताया कि वो हाउस फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं और करीब पांच साल पहले उसकी मुलाकात यूपी के गाजियाबाद की रहने वाली आयशा से हुई थी. कुछ दिनों में ये मुलाकात प्यार में बदल गई और दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया.
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अरविंद कुमार ने पुलिस को जो बताया उसके मुताबिक दोनों हिंदू रिति रिवाज के अनुसार शादी के बंधन में भी बंध गए. 13 अगस्त 2022 को आयशा ने बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने शिवांश रखा. कुछ समय पहले आयशा की बीमारी के चलते मौत हो गई थी.

अरविंद कुमार का आरोप है कि आयशा के परिजन उसका शव अपने साथ ले गए थे और अपने रिति-रिवाज से उसको सुपुर्द-ए-खाक कर दिया था. पीड़ित अरविंद कुमार ने उन्हें रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी. इसके बाद से ही उसका बेटा उनके साथ बाद रुड़की में ही रहने लगा था.

आरोप है कि बीते तीन जनवरी को ससुराल पक्ष के लोग उसकी गैर मौजूदगी में उसके घर आए और उसके पिता के साथ मारपीट की. इसी के साथ घर में तोड़फोड़ भी की गई और उसके बेटे को उठाकर ले गए. आरोपी उसकी स्कूटी लेकर भी चले गए थे. आरोप है कि अपने बेटे को लेने उसकी ससुराल गया तो उसे पता चला कि उसके बेटे का मुस्लिम रिति रिवाज से धर्मांतरण करा दिया गया है.
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साथ ही उसका नाम शिवांश से बदलकर असद कर दिया, जब उसने विरोध किया तो उस पर हमला किया गया, जिसके बाद वह किसी तरह से बचाकर अपने घर आया. वहीं युवक ने आरोप लगाया कि जब उसने घर आकर फोन पर पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी तो रविवार को ससुराल के लोग उसके घर आ धमके और मारपीट कर दी. इसकी जानकारी होने पर हिंदू संगठन के लोग उसे लेकर कोतवाली सिविल लाइन पहुंचे और अरविंद से तहरीर दिलवाई. सिविल लाइन कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक नरेश गंगवार ने बताया कि पुलिस को तहरीर मिली है, जिसके आधार मामले की छानबीन की जा रही है.

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