नई दिल्ली : हरीश रावत ने दो दिन पहले ट्वीट करके बवाल मचा दिया था. उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक उनके ट्वीट पर चर्चा तेज हो गई थी. इसके बाद हाईकमान ने उन्हें और उत्तराखंड कांग्रेस नेतृत्व को दिल्ली तलब किया था. शुक्रवार को हरीश रावत और राज्य कांग्रेस लीडरशिप की हाईकमान से मुलाकात हुई.
बता दें कि, कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड के लिए चुनाव लड़ेगी.
यह निर्णय कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर हुई 2.5 घंटे की लंबी बैठक के बाद लिया गया जिसमें पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव, सीएलपी प्रीतम सिंह, पीसीसी प्रमुख गणेश गोदियाल, सांसद प्रदीप टम्टा और नेता यशपाल आर्य सहित राज्य नेतृत्व ने किया था। हरीश रावत के साथ शामिल हुए.
हरीश रावत इस मुलाकात के बाद उत्साहित नजर आए. साफ लग रहा था कि वो हाईकमान से अपने लिए पावर लेकर आए हैं. उन्होंने कहा कि मैं चुनाव का फेस रहूंगा. हरीश रावत विधानसभा चुनाव 2022 में उत्तराखंड कांग्रेस की कैंपेन कमेटी के चेयरमैन हैं. हरीश रावत ने कहा कि वो चुनाव कैंपेन को लीड करेंगे.
हरीश रावत से जब ये पूछा गया कि भाजपा कह रही है कि उसे फायदा मिलेगा, इस पर रावत ने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि बीजेपी की गलतफहमी को दूर कर दिया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि हरीश रावत के हर कदम से बीजेपी को ही नुकसान होता है.
हालांकि हरीश रावत को उनकी मांग के बाद भी अभी तक मुख्यमंत्री का फेस घोषित नहीं किया गया है. हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस में अध्यक्ष के पास एक विशेषाधिकार रहता है. चुनाव के बाद विधानमंडल दल की बैठक होती है. उस बैठक में दल का नेता कौन होगा, विधायक चुनते हैं. हम कांग्रेस की इस प्रक्रिया को प्यार और पसंद करते हैं.
हरीश रावत ने कहा कि चुनाव प्रचार समिति के मुखिया के रूप में मैं कैंपेन को लीड करूंगा. सब लोग उस काम में सहयोग देंगे. हरीश रावत से जब पूछा गया कि क्या उनकी नाराजगी दूर हो गई है. इसके जवाब में उन्होंने फिर से वो गाना गुनगुनाया कि...कदम-कदम बढ़ाए जा...
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