रायपुर: सोमवार को कांग्रेस नेताओं के यहां ईडी की दबिश के बाद शाम को युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के सैकड़ों कार्यकर्ता ईडी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे. कांग्रेस के घेराव को देखते हुए पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई थी. इस दौरान प्रदर्शनकारी और पुलिस के साथ काफी देर तक झूमाझटकी के साथ हल्का बल प्रयोग भी देखने को मिला. एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ईडी के दफ्तर में जाकर जमकर प्रदर्शन किया. सुबह कांग्रेसी नेताओं के घर ईडी की ओर से छापेमार कार्रवाई की गई. जिससे कांग्रेसियों में नाराजगी और आक्रोश भी देखने को मिला. ईडी कार्यालय के सामने गेट और बेरीकेड्स पर चढ़कर कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.
कांग्रेस को बदनाम करने की हो रही है कोशिश : युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कहा कि "भाजपा के पास ना चेहरा है और ना ही मुद्दा है, इसलिए भाजपा ईडी के माध्यम से कांग्रेसी नेताओं के घर दबिश दे रही है. कांग्रेस को बदनाम करने के लिए सरकार ऐसा कर रही है." लाठीचार्ज के सवाल पर उन्होंने कहा कि "यह डरपोक लोग हैं. ये लोग हमारा कुछ नहीं कर सकते, हमारी सरकार. केंद्र की मोदी सरकार ईडी के माध्यम से छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं के घर में छापेमार कार्रवाई कर रही है. जिससे युवा कांग्रेस और एनएसयूआई में गुस्सा है. इसलिए ईडी की कार्रवाई को लेकर आज ईडी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे हैं." उन्होंने आगे बताया कि "आने वाले दिनों में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन होने वाला है, जिसमें हजारों कांग्रेस के कार्यकर्ता और देशभर के कांग्रेस के दिग्गज नेता आने वाले हैं."
छत्तीसगढ़ में फिर बनेगी कांग्रेस की सरकार: एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे ने कहा कि "सोमवार की सुबह कांग्रेसी नेताओं के घर ईडी ने छापेमार कार्रवाई की है. इसका हम पुरजोर विरोध करते हैं. क्योंकि रायपुर में राष्ट्रीय अधिवेशन की छवि को धूमिल करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार इस तरह केंद्रीय एजेंसी ईडी के माध्यम से कांग्रेसी नेताओं के घर छापा मार रही है. कांग्रेस का यह राष्ट्रीय अधिवेशन ऐतिहासिक अधिवेशन साबित होगा और आने वाले 2023 के चुनाव में फिर से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी."