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छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से पहली मौत

child dies of swine flu in raipur: निमोनिया और सीवियर रेस्पिरेट्री डिसऑर्डर्स से ग्रसित बच्ची की रायपुर के निजी अस्पताल में मौत हो गई. बच्ची में स्वाइन फ्लू की भी पुष्टि हुई है. छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से ये पहली मौत है.

child dies of swine flu in raipur
स्वाइन फ्लू से बच्ची की मौत
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Published : Aug 8, 2022, 2:17 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना के साथ-साथ डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीज तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 1 महीने में प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 28 मरीज मिल चुके हैं. छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से संक्रमित एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है. स्वाइन फ्लू से ग्रसित 4 साल की बच्ची की मौत की पुष्टि रायपुर में हुई है. बच्ची मूलतः कवर्धा की रहने वाली है. बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर उसे रायपुर के एक निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया था. जहां स्वाइन फ्लू से बच्ची की मौत हो गई है. प्रदेश में स्वाइन फ्लू से ये पहली मौत है.

स्वाइन फ्लू से 4 साल की बच्ची की मौत: एपिडेमिक कंट्रोल हेड डॉ सुभाष मिश्रा (Epidemic Control Head Dr Subhash Mishra) ने बताया "बच्ची कवर्धा की रहने वाली है. जिसे रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था. एडमिट करने से पहले बच्ची निमोनिया और सीवियर रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर से पीड़ित थी. इसके लिए बच्ची को कवर्धा के एक निजी अस्पताल में एडमिट किया गया था लेकिन तबीयत बिगड़ती देख तीन-चार दिन पहले रायपुर के निजी अस्पताल में एडमिट किया गया. निजी अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची का स्वाइन फ्लू टेस्ट किया गया, जिसमें टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई. बच्ची सिर्फ स्वाइन फ्लू से नहीं बल्कि निमोनिया और सीवियर रेस्पिरेट्री डिसऑर्डर्स से भी पीड़ित थी."

CG corona update: छत्तीसगढ़ में कोरोना से 4 की मौत

जानिए क्या है स्वाइन फ्लू: स्वाइन फ्लू सुअरों से फैलने वाली एक संक्रामक बीमारी है. स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा ए को H1N1 वायरस के नाम से भी जाना जाता है. ये बीमारी पीड़ित इंसान या जानवरों के जरिए फैल सकती है. संक्रमित के छींकने और खांसने के दौरान ड्रॉपलेट्स से स्वाइन फ्लू फैलता है. इसके लक्षण इफ्लूएंजा की तरह ही होते हैं. ये वायरस नाक, गले और फेफड़ों को लाइन करने वाली कोशिकाओं को संक्रमित करता है. इस संक्रमण के लक्षण हल्के और गंभीर दोनों हो सकते हैं. आमतौर पर गर्मियों और मानसून के महीने में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं.

स्वाइन फ्लू के लक्षण

• नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना
• गले में खराश
• सर्दी खांसी
• बुखार
• सरदर्द
• शरीर का थकान
• ठंड लगना
• पेट दर्द
• कभी-कभी दस्त उल्टी आना

स्वाइन फ्लू से कैसे बचें

• खांसी, जुकाम, बुखार के रोगी दूर रहें
• आंख, नाक, मुंह को छूने के बाद किसी अन्य वस्तु को न छुएं

  • हाथों को साबुन/ एंटीसेप्टिक से धोकर साफ करें
  • खांसते, छींकते समय मुंह व नाक पर कपड़ा रखे
  • सर्दी-जुकाम, बुखार होने पर भीड़भाड़ से बचें
  • घर पर ही रहकर आराम करते हुए पूरी नींद लें

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना के साथ-साथ डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीज तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 1 महीने में प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 28 मरीज मिल चुके हैं. छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से संक्रमित एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है. स्वाइन फ्लू से ग्रसित 4 साल की बच्ची की मौत की पुष्टि रायपुर में हुई है. बच्ची मूलतः कवर्धा की रहने वाली है. बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर उसे रायपुर के एक निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया था. जहां स्वाइन फ्लू से बच्ची की मौत हो गई है. प्रदेश में स्वाइन फ्लू से ये पहली मौत है.

स्वाइन फ्लू से 4 साल की बच्ची की मौत: एपिडेमिक कंट्रोल हेड डॉ सुभाष मिश्रा (Epidemic Control Head Dr Subhash Mishra) ने बताया "बच्ची कवर्धा की रहने वाली है. जिसे रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था. एडमिट करने से पहले बच्ची निमोनिया और सीवियर रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर से पीड़ित थी. इसके लिए बच्ची को कवर्धा के एक निजी अस्पताल में एडमिट किया गया था लेकिन तबीयत बिगड़ती देख तीन-चार दिन पहले रायपुर के निजी अस्पताल में एडमिट किया गया. निजी अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची का स्वाइन फ्लू टेस्ट किया गया, जिसमें टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई. बच्ची सिर्फ स्वाइन फ्लू से नहीं बल्कि निमोनिया और सीवियर रेस्पिरेट्री डिसऑर्डर्स से भी पीड़ित थी."

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जानिए क्या है स्वाइन फ्लू: स्वाइन फ्लू सुअरों से फैलने वाली एक संक्रामक बीमारी है. स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा ए को H1N1 वायरस के नाम से भी जाना जाता है. ये बीमारी पीड़ित इंसान या जानवरों के जरिए फैल सकती है. संक्रमित के छींकने और खांसने के दौरान ड्रॉपलेट्स से स्वाइन फ्लू फैलता है. इसके लक्षण इफ्लूएंजा की तरह ही होते हैं. ये वायरस नाक, गले और फेफड़ों को लाइन करने वाली कोशिकाओं को संक्रमित करता है. इस संक्रमण के लक्षण हल्के और गंभीर दोनों हो सकते हैं. आमतौर पर गर्मियों और मानसून के महीने में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं.

स्वाइन फ्लू के लक्षण

• नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना
• गले में खराश
• सर्दी खांसी
• बुखार
• सरदर्द
• शरीर का थकान
• ठंड लगना
• पेट दर्द
• कभी-कभी दस्त उल्टी आना

स्वाइन फ्लू से कैसे बचें

• खांसी, जुकाम, बुखार के रोगी दूर रहें
• आंख, नाक, मुंह को छूने के बाद किसी अन्य वस्तु को न छुएं

  • हाथों को साबुन/ एंटीसेप्टिक से धोकर साफ करें
  • खांसते, छींकते समय मुंह व नाक पर कपड़ा रखे
  • सर्दी-जुकाम, बुखार होने पर भीड़भाड़ से बचें
  • घर पर ही रहकर आराम करते हुए पूरी नींद लें
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