दुर्ग: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हर साल की तरह इस साल भी दिवाली के दूसरे दिन सोटा खाने की परंपरा निभाई. पिछले पांच साल से सीएम बनने के बाद सीएम भूपेश बघेल लगातार सोटा परंपरा को निभाने कुम्हारी के जंजगिरी गांव पहुंचते है और अपने हाथ में सोटा लगवाते हैं.
सीएम सुबह सुबह कुम्हारी के जंजगिरी गांव पहुंचे. यहां गौरा गौरी पूजा में शामिल हुए. भूपेश बघेल ने प्रदेश की खुशहाली के लिए सोटा (चाबुक) सहने की परंपरा निभाई. जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. पिछले दो साल से बीरेंद्र ठाकुर इस परंपरा को निभा रहे हैं इससे पहले उनके पिता भरोसा ठाकुर सीएम के हाथ में चाबुक मारते थे. उनके निधन के बाद अब इस परंपरा को उनके बेटे निभा रहे हैं.
गौरा गौरी के सामने सब बराबर है. परंपरा चली आ रही है. जिसका निर्वहन किया जा रहा है- भूपेश बघेल, सीएम छत्तीसगढ़
क्या है गौरा गौरी पूजा: छत्तीसगढ़ में गौरा गौरी पूजा की विधान है. रात भर गौरा गौरी का निर्माण कर सुबह पूजा किया जाता है. पूरे गांव में घुमाया जाता है. आरती की जाती है. नारियल और पैसे भेंट किया जाता है. नृत्य भी किया जाता है. सोटा भी लिया जाता है. इसके बाद गौरा गौरी का विसर्जन किया जाता है.
दिवाली पर गृह लक्ष्मी योजना शुरू करने की पहले से थी तैयारी: गृह लक्ष्मी योजना के आनन फानन में शुरू करने के भाजपा के आरोप पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए लगातार गारंटियों की घोषणा कर रही है. कांग्रेस ने महिलाओं के लिए गृह लक्ष्मी योजना की घोषणा लक्ष्मी पूजा के दिन की, इसकी तैयारी पहले से ही थी. भाजपा झांसे में आ गई.
पीएम मोदी पर भूपेश बघेल का हमला: पीएम मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जब तक चुनाव है तब तक पीएम मोदी आते रहेंगे. इससे पहले तो कभी छत्तीसगढ़ आए नहीं. किसानों, आदिवासियों को क्या तकलीफ है कभी पूछे नहीं.