रायपुर : छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान में मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. पहले चरण में हुए 20 विधानसभा सीटों में से 10 विधानसभा क्षेत्रों को संवेदनशील कैटेगिरी में रखा गया था.इसलिए यहां मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक रखा गया था.इन सीटों में से मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा आते हैं.जहां सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग हुई. वहीं पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक वोटिंग हुई.जिन 20 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें से 12 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 25 महिलाओं सहित कुल 223 उम्मीदवार मैदान में थे. मतदाता सूची के अनुसार 40 लाख 78 हजार 681 मतदाता पहले चरण में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के पात्र थे.
किस विधानसभा में कितना प्रतिशत मतदान ? : छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान में 20 सीटों पर हुए मतदान के आंकड़े निर्वाचन आयोग ने जारी किए हैं. 20 विधानसभाओं में सबसे ज्यादा मतदान भानुप्रतापपुर में हुआ.यहां 79 फीसदी मतदान हुआ है.वहीं सबसे कम मतदान बीजापुर में देखने को मिला यहां 40.28 फीसदी ही वोटिंग हुई. 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल मतदान प्रतिशत 70.87 फीसदी दर्ज किया गया है. पिछले विधानसभा चुनाव में पहले चरण की 18 सीटों पर 76.47 फीसदी मतदान हुआ था. लेकिन इस बार पहले चरण में दो और विधानसभा क्षेत्रों को शामिल किया गया है. कुल मिलाकर 70.87 फीसदी मतदान हुआ है.
किन सीटों पर कांटे की टक्कर ? : पहले चरण में हुई वोटिंग में हाईप्रोफाइल सीटों पर मुकाबला देखने को मिला.बस्तर संभाग की बात करें तो कोंडागांव में मोहन मरकाम और लता उसेंडी, कोंटा में कवासी लखमा और सोयम मुका, चित्रकोट में दीपक बैज और विनायक गोयल , दंतेवाड़ा में छविंद्र कर्मा और चैतराम आटामी, बीजापुर में विक्रम मंडावी और महेश गागड़ा और नारायणपुर में चंदन कश्यप और केदार कश्यप के बीच मुकाबला है.वहीं दुर्ग संभाग की सीटों की बात करें तो राजनांदगांव से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और गिरीश देवांगन, कवर्धा से मोहम्मद अकबर और विजय शर्मा मैदान में हैं. 20 सीटों पर दिग्गज उम्मीदवार आमने सामने हैं. राजनांदगांव, कवर्धा, सुकमा, जगदलपुर,कांकेर, कोंडागांव, चित्रकोट,दंतेवाड़ा, नारायणपुर, अंतागढ़, केशकाल,डोंगरगढ़, पंडरिया और खैरागढ़ में प्रत्याशियों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
रमन सिंह ने परिवार के साथ डाला वोट : पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह अपने परिवार के साथ कवर्धा में वोट डाला. इस दौरान उनकी पत्नी वीणा सिंह, बहू ऐश्वर्या सिंह भी मौजूद थी. वहीं लता उसेंडी और मोहन मरकाम ने कोंडागांव में अपना वोट डाला. वहीं मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा, नारायणपुर में पूर्व मंत्री केदार कश्यप, कांग्रेस विधायक चंदन कश्यप, कवर्धा में मोहम्मद अकबर, चित्रकोट में दीपक बैज, अंतागढ़ में विक्रम उसेंडी, पंडरिया में भावना बोहरा, बस्तर में लखेश्वर बघेल, जगदलपुर में जितिन जायसवाल ने अपने वोट डाले.
93 साल के वोटर ने किया मतदान : कांकेर निवासी शेरसिंह हिड़को ने 93 साल की उम्र में पहली बार मतदान किया. भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के भैसाकन्हार गांव के निवासी शेरसिंह हिड़को ने गांव में वोट डाला. परिजनों के मुताबिक शेरसिंह हिड़को ने पहली बार मतदान किया है.
रेनबो मतदान केंद्र -छत्तीसगढ़ में कांकेर जिले के पखांजुर में ट्रांसजेंडर्स के लिए मतदान केंद्र बनाया गया.जिसे रेनबो मतदान केंद्र नाम मिला. रेनबो मतदान केंद्रों में थर्ड जेंडर मतदान करने पहुंचे.इस दौरान मतदान मित्रों ने थर्ड जेंडर्स मतदाताओं का स्वागत गुलदस्ते से किया.
चांदामेटा में पहली बार हुआ मतदान :छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले के नक्सलगढ़ चांदामेटा में पहली बार वोटिंग हुई.पहले वोटिंग के लिए स्थानीय मतदाताओं को करीब 6-7 किलोमीटर पैदल सफर करना पड़ता था.लेकिन 76 साल बाद गांव में ही मतदान केंद्र बना और वोटिंग हुई. चांदामेटा गांव जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है.
पूर्व महिला नक्सली कमांडर से पुलिसकर्मी बनी सुमित्रा साहू ने डाला वोट: छत्तीसगढ़ चुनाव 2023 में नारायणपुर में एक पूर्व महिला नक्सली कमांडर ने भी पहली बार वोट डाला. लेकिन अब ये एक पुलिस कर्मी है. महिला नक्सली से पुलिसकर्मी बनी सुमित्रा साहू ने पहली बार वोट डाला. 34 वर्षीय कांस्टेबल सुमित्रा साहू ने बताया कि वह पहले नारायणपुर में माओवादियों की आमदई एरिया कमेटी के सक्रिय कमांडर के रूप में काम करती थी. सुमित्रा साहू ने बताया कि साल 2018 दिसंबर में उसने नक्सलवाद छोड़ा और जनवरी 2019 में वह पुलिस बल में शामिल हुई और पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया. सुमित्रा ने बताया कि पहली बार वोट डालकर उसे बहुत खुशी हो रही है.
बुलेट पर बैलेट की जीत, नक्सल क्षेत्रों में 126 नए मतदान केंद्र: बस्तर संभाग के 126 गांवों के मतदाताओं ने नए मतदान केंद्रों में चुनाव किया. इन 126 बूथों में से कांकेर में 15, अंतागढ़ में 12, कोंटा में 20, चित्रकोट में 14, भानुप्रतापपुर में पांच, जगदलपुर में चार, बस्तर में एक, कोंडागांव में 13, केशकाल में 19, नारायणपुर में नौ, दंतेवाड़ा में आठ बूथ, छह बीजापुर विधानसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाकों में आजादी के बाद पहली बार यहां मतदान केंद्र बनाए गए.
नारायणपुर में भाजपा नेता के परिवार ने डाला वोट: नारायणपुर में चुनाव प्रचार के दौरान नक्सलियों का शिकार बने भाजपा नेता रतन दुबे के परिवार के सदस्यों ने भी वोट डाला.
बिटिया हेल्प डेस्क : नई किशोरी मतदाता जिन्होंने हाल ही में 18 साल पूरे किए हैं. उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए बिटिया हेल्प डेस्क बनाया गया.जिसका काफी क्रेज देखने को मिला. बिटिया हेल्प डेस्क में नई मतदाताओं ने ना सिर्फ मतदान किया.बल्कि सेल्फी जोन में जाकर इस ऐतिहासिक क्षण को कैमरे में कैद किया.
संगवारी मतदान केंद्र : ऐसे मतदान केंद्र जहां पर महिला वोटर्स की संख्या पुरुषों से ज्यादा थी.वहां संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए. पहले चरण के चुनाव के लिए बनाए गए 5 हजार 304 मतदान केंद्रों में से 200 संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए थे. जिनमें खास बात ये थी कि यहां महिला मतदान कर्मी तैनात किए गए थे. संगवारी मतदान केंद्रों में महिला कर्मचारियों ने मोर्चा संभाला था.
ईको फ्रेंडली मतदान केंद्र : पहले चरण के मतदान के लिए तीन इको फ्रेंडली मतदान केंद्र अंतागढ़ के सोहगांव, भानुप्रतापपुर के धनगुडरा और कांकेर के चिवरांज में तैयार किए गए थे. इन मतदान केंद्रों को वन विभाग ने तैयार किया था. जिसमें प्राकृतिक वस्तुओं जैसे बांस, छींद के पत्तों का इस्तेमाल हुआ था.
16 सीटों पर महिला मतदाता ज्यादा: मोहला-मानपुर, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, राजनांदगांव, खुज्जी, पंडरिया, कवर्धा, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट ऐसी विधानसभाएं थी जहां महिला पुरुषों के मुकाबले ज्यादा हैं. इन विधानसभा क्षेत्रों में संगवारी मतदान केंद्र के साथ पिंक बूथ भी बनाए गए थे. महिला मतदाताओं की संख्या 20,84,675 है. जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 19,93,937 है. इनमें 69 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं. पहले चरण के लिए 5304 चुनाव बूथ बनाए गए थे.जिनमें 25249 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है
चुनाव के बीच नक्सल हिंसा : पहले चरण के मतदान में नक्सली हिंसा भी देखने को मिली. कांकेर के अंतागढ़ और सुकमा के कोंटा में जहां आईईडी विस्फोट हुआ.वहीं सुकमा, कांकेर,नारायणपुर में पुलिस नक्सली मुठभेड़ से हड़कंप मच गया.जिसमें सुकमा के पिनपा में 4 जवान घायल हुए हैं. वहीं दंतेवाड़ा के अरनपुर थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ जवानों ने सर्चिंग के दौरान दो आईईडी बरामद किया.
सुकमा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ : सुकमा के चिंतागुफा पुलिस थाना क्षेत्र में पुलिस नक्सली मुठभेड़ की घटना हुई. सीआरपीएफ के कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा) 206वीं बटालियन की टीम पर सर्चिंग के दौरान नक्सलियों ने हमला बोला.जिसमें चार सुरक्षाकर्मी घायल हुए. इसमें से 2 जवान कोबरा बटालियन के हैं. घायलों को एयरलिफ्ट की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया.
नक्सलियों को जवानों ने चटाई धूल : सुकमा जिले के बांदा मतदान केंद्र से करीब 2 किलोमीटर दूर डीआरजी जवानों पर नक्सलियों ने फायरिंग की. जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की . 10 मिनट बाद नक्सलियों की ओर से गोलीबारी बंद हुई. मौके का मुआयना करने पर जवानों को एक एके 47 राइफल मिली.फिलहाल नक्सली मुठभेड़ में किसी जवान के घायल होने की खबर नहीं है.सुरक्षा बलों की माने तो नक्सलियों को जवाबी कार्रवाई में नुकसान हुआ है.
आईईडी की चपेट में आया जवान : सीआरपीएफ और कोबरा की 206वीं बटालियन की एक संयुक्त टीम टोंडामार्का शिविर से एल्मागुंडा गांव की तरफ निकली थी. इसी दौरान कोबरा 206वीं बटालियन के इंस्पेक्टर श्रीकांत का पैर आईईडी पर पड़ गया, जिससे विस्फोट हो गया और जवान घायल हो गया. घायल जवान की हालत खतरे से बाहर है.
आपको बता दें कि पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका . इनमें 19 सीटें कांग्रेस के कब्जे में है. राजनांदगांव सीट ही बीजेपी के पास है. छत्तीसगढ़ की बची 70 सीटों पर दूसरे और अंतिम चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा.इस विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. कांग्रेस जहां मौजूदा समय में सत्ता वापसी चाह रही है.वहीं दूसरी तरफ 15 साल तक सत्ता में काबिज रही बीजेपी ने कांग्रेस को हराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया है.