इतिहास में पहली बार रेल के रफ्तार पर लगी ब्रेक, 'घाटे के बाद रेलवे का हो सकता है निजीकरण' - undefined
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पटना: कोरोना वायरस के कहर के कारण लॉकडाउन है. ऐसे में देश के इतिहास में पहला मौका है, जब रेल यात्रा पर पूरी तरह से पांबदी लगाई गई हो. हजारों यात्रियों को हर रोज मंजिल तक पहुंचाने वाले ट्रेन को यात्रियों का इंतजार है. लॉकडाउन के कारण रेलवे पर भी निजीकरण का खतरा मंडराने लगा है. भारतीय रेल 167 साल की यात्रा पूरी कर चुकी है. 16 अप्रैल 1853 को मुंबई से थाने के बीच पहले ट्रेन चली थी. भारत में 90 फीसदी लोग ट्रेनों से यात्रा करते हैं. कोरोना वायरस के खतरे और लॉकडाउन के कारण इतिहास में पहली बार रेल बंदी हुआ है. देश में लॉकडाउन के बाद पहली बार रेलवे के 16 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को घर बैठना पड़ा है.
Last Updated : Apr 20, 2020, 6:23 PM IST
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