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Isometric Exercise : ये वाली एक्सरसाइज ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में है मददगार

हाई बीपी को कम करने में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज प्रभावी तरीका है, आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज तीन प्रकार के होते हैं-प्रेस, पुल और होल्ड. डेटा विश्लेषण में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज के बाद सिस्टोलिक और डायस्टोलिक बीपी दोनों में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई.

Isometric exercise is an effective way
आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज
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Published : Aug 2, 2023, 7:02 AM IST

Updated : Aug 2, 2023, 10:53 AM IST

सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप (BP) दोनों को कम करने में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज सबसे प्रभावी तरीका है, आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज, बीपी के दोनों ( सिस्टोलिक और डायस्टोलिक बीपी ) तत्वों को कम करने के लिए सबसे प्रभावी है. एक शोध में पाया गया है कि वॉल सक्वाट और प्लैंक एक्सरसाइज करने से रक्तचाप ( हाई बीपी ) को कम करने में मदद मिलती है. प्लैंक एक्सरसाइज में सारा भार बाजुओं पर और पैर के पंजों पर आ जाता है, जबकि वॉल सक्वाट में आपके पैर कंधे की चौड़ाई से अलग और दीवार से दो फीट की दूरी पर होते हैं. धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़ते हुए शरीर को झुकाना होता है और चेयर जैसी पोजीशन में आना होता है जिससे 90 डिग्री का कोण बनता है.

ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में ऑनलाइन प्रकाशित अध्ययन से पता चला कि कार्डियो (एरोबिक एक्सरसाइज); जैसे स्क्वाट, प्रेस-अप और वेट; हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग भी प्रभावी हैं. लेकिन संयुक्त प्रशिक्षण (76 प्रतिशत), गतिशील प्रतिरोध प्रशिक्षण (46 प्रतिशत), एरोबिक व्यायाम प्रशिक्षण (40.5 प्रतिशत) और हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (39 प्रतिशत) की तुलना में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज बीपी को 98 प्रतिशत तक कम करने में सक्षम थे. आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज तीन प्रकार के होते हैं-- प्रेस, पुल और होल्ड.

सिस्टोलिक बीपी (90.5 प्रतिशत) और डायस्टोलिक (कम रीडिंग) बीपी (91 प्रतिशत) को कम करने के लिए वॉल स्क्वैट्स (आइसोमेट्रिक) और रनिंग (एरोबिक) को सबसे प्रभावी व्यक्तिगत एक्सरसाइज पाया गया, आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज , कुल मिलाकर, बीपी के दोनों तत्वों को कम करने के लिए सबसे प्रभावी है. कैंटरबरी क्राइस्ट चर्च यूनिवर्सिटी, यूके के शोधकर्ताओं ने कहा, "कुल मिलाकर, सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप दोनों को कम करने में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज सबसे प्रभावी तरीका है."

वर्तमान एक्सरसाइज दिशानिर्देशों की समीक्षा करें : "ये निष्कर्ष धमनी उच्च रक्तचाप की रोकथाम और उपचार के लिए नए व्यायाम दिशानिर्देश सिफारिशों के विकास का समर्थन करने के लिए एक व्यापक डेटा संचालित ढांचा प्रदान करते हैं." पहले प्रकाशित शोध से पता चलता है कि सामान्य तौर पर व्यायाम रक्तचाप में महत्वपूर्ण कमी के साथ जुड़ा हुआ है, एरोबिक (कार्डियो) व्यायाम, जैसे चलना, दौड़ना और साइकिल चलाना, मुख्य रूप से रक्तचाप के प्रबंधन के लिए जरूरी है. लेकिन यह सिफारिश काफी हद तक पुराने डेटा पर आधारित है जो व्यायाम के नए रूपों, जैसे हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग और आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज को बाहर करती है, जिसका अर्थ है कि वर्तमान सिफारिशें शायद पुरानी हो चुकी हैं. ऐसा शोधकर्ताओं का कहना है. उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप की रोकथाम और उपचार के लिए वर्तमान एक्सरसाइज दिशानिर्देशों की समीक्षा करने का समय आ गया है.

रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए एक्सरसाइज के सर्वोत्तम रूप पर जानकारी को संभावित रूप से अद्यतन करने के लिए, उन्होंने विश्लेषण में 1990 और फरवरी 2023 के बीच प्रकाशित 270 परीक्षणों को शामिल किया, जिसमें 15,827 प्रतिभागियों का डेटा लिया गया. एकत्र किए गए डेटा विश्लेषण में व्यायाम की सभी विभिन्न श्रेणियों के बाद सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप में महत्वपूर्ण कमी देखी गई, लेकिन आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज के बाद सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप दोनों में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई.

(आईएएनएस)

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सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप (BP) दोनों को कम करने में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज सबसे प्रभावी तरीका है, आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज, बीपी के दोनों ( सिस्टोलिक और डायस्टोलिक बीपी ) तत्वों को कम करने के लिए सबसे प्रभावी है. एक शोध में पाया गया है कि वॉल सक्वाट और प्लैंक एक्सरसाइज करने से रक्तचाप ( हाई बीपी ) को कम करने में मदद मिलती है. प्लैंक एक्सरसाइज में सारा भार बाजुओं पर और पैर के पंजों पर आ जाता है, जबकि वॉल सक्वाट में आपके पैर कंधे की चौड़ाई से अलग और दीवार से दो फीट की दूरी पर होते हैं. धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़ते हुए शरीर को झुकाना होता है और चेयर जैसी पोजीशन में आना होता है जिससे 90 डिग्री का कोण बनता है.

ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में ऑनलाइन प्रकाशित अध्ययन से पता चला कि कार्डियो (एरोबिक एक्सरसाइज); जैसे स्क्वाट, प्रेस-अप और वेट; हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग भी प्रभावी हैं. लेकिन संयुक्त प्रशिक्षण (76 प्रतिशत), गतिशील प्रतिरोध प्रशिक्षण (46 प्रतिशत), एरोबिक व्यायाम प्रशिक्षण (40.5 प्रतिशत) और हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (39 प्रतिशत) की तुलना में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज बीपी को 98 प्रतिशत तक कम करने में सक्षम थे. आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज तीन प्रकार के होते हैं-- प्रेस, पुल और होल्ड.

सिस्टोलिक बीपी (90.5 प्रतिशत) और डायस्टोलिक (कम रीडिंग) बीपी (91 प्रतिशत) को कम करने के लिए वॉल स्क्वैट्स (आइसोमेट्रिक) और रनिंग (एरोबिक) को सबसे प्रभावी व्यक्तिगत एक्सरसाइज पाया गया, आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज , कुल मिलाकर, बीपी के दोनों तत्वों को कम करने के लिए सबसे प्रभावी है. कैंटरबरी क्राइस्ट चर्च यूनिवर्सिटी, यूके के शोधकर्ताओं ने कहा, "कुल मिलाकर, सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप दोनों को कम करने में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज सबसे प्रभावी तरीका है."

वर्तमान एक्सरसाइज दिशानिर्देशों की समीक्षा करें : "ये निष्कर्ष धमनी उच्च रक्तचाप की रोकथाम और उपचार के लिए नए व्यायाम दिशानिर्देश सिफारिशों के विकास का समर्थन करने के लिए एक व्यापक डेटा संचालित ढांचा प्रदान करते हैं." पहले प्रकाशित शोध से पता चलता है कि सामान्य तौर पर व्यायाम रक्तचाप में महत्वपूर्ण कमी के साथ जुड़ा हुआ है, एरोबिक (कार्डियो) व्यायाम, जैसे चलना, दौड़ना और साइकिल चलाना, मुख्य रूप से रक्तचाप के प्रबंधन के लिए जरूरी है. लेकिन यह सिफारिश काफी हद तक पुराने डेटा पर आधारित है जो व्यायाम के नए रूपों, जैसे हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग और आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज को बाहर करती है, जिसका अर्थ है कि वर्तमान सिफारिशें शायद पुरानी हो चुकी हैं. ऐसा शोधकर्ताओं का कहना है. उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप की रोकथाम और उपचार के लिए वर्तमान एक्सरसाइज दिशानिर्देशों की समीक्षा करने का समय आ गया है.

रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए एक्सरसाइज के सर्वोत्तम रूप पर जानकारी को संभावित रूप से अद्यतन करने के लिए, उन्होंने विश्लेषण में 1990 और फरवरी 2023 के बीच प्रकाशित 270 परीक्षणों को शामिल किया, जिसमें 15,827 प्रतिभागियों का डेटा लिया गया. एकत्र किए गए डेटा विश्लेषण में व्यायाम की सभी विभिन्न श्रेणियों के बाद सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप में महत्वपूर्ण कमी देखी गई, लेकिन आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज के बाद सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप दोनों में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई.

(आईएएनएस)

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Last Updated : Aug 2, 2023, 10:53 AM IST
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