बेतिया: जिले की चनपटिया पुलिस ने छापेमारी कर साइबर क्राइम में संलिप्त तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से आधा दर्जन फर्जी आधार कार्ड, दो सिम कार्ड, पांच सेलफोन, तीन एटीएम कार्ड और दो फर्जी पैन कार्ड जब्त किया गया है.
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इस संबंध में थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि चनपटिया के नसीम अंसारी, बनकट के राजेंद्र पटेल और चनपटिया वार्ड तीन के अमन कुमार को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार बदमाश दूसरों की आईडी पर सिम निकालते थे. साइबर अपराध से जुड़े बदमाश उस सिम के सहारे नया आईडी बनाकर एप के माध्यम से बैंक अकाउंट खोलते थे. फिर लोगों को झांसा देकर रुपये का ट्रांजेक्शन करते थे.
पुलिस ने छापेमारी कर तीनों को दबोचा
बता दें की कुछ दिन पहले गोपालपुर थाना क्षेत्र के एक सीएसपी संचालक से दो बार फोन कर रंगदारी की मांग की गई थी. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जिस सिम से रंगदारी मांग की गई थी, वह सिम सुशील कुमार और अमन कुमार के नाम पर निर्गत हुआ था. इस सिम की बिक्री में गिरफ्तार बदमाशों की संलिप्तता पाई गई. इसके बाद पुलिस ने इनके घरों पर छापेमारी कर तीनों को दबोच लिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि ऑनलाइन फर्जीवाड़ा में कुछ अन्य लोगों की भी संलिप्तता हो सकती है. जिनके बारे में जांच की जा रही है.
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इस तरह रहें सतर्क
- आर्थिक अपराध इकाई के साइबर एक्सपर्ट के अनुसार लोगों को भूलकर भी बाहर के वाईफाई का प्रयोग नहीं करना चाहिए. साइबर फ्रॉड वाईफाई के माध्यम से किसी के भी मोबाइल का डेटा चुरा सकते हैं. उनके अकाउंट या उनके पर्सनल फोटो वीडियो को हैक कर सकते हैं. घर में लगे वाईफाई के डिफॉल्ट पासवर्ड को भी बदलते रहना चाहिए. लोगों को अपने मोबाइल डेक्सटॉप या अकाउंट के पासवर्ड को स्ट्रांग रखने के साथ-साथ पासवर्ड को हमेशा बदलते रहना चाहिए.
- सावर्जनिक जगह पर फोन चार्ज ना करें. कभी भी खरीदारी करते समय वेबसाइट सही है या नहीं इसकी जांच पड़ताल करने के बाद ही खरीदारी करें, क्योंकि मार्केट में अमेजन और फ्लिपकार्ट या अन्य वेबसाइट की फर्जी वेबसाइट भी मौजूद है.
- बैंक या उसकी ओर से कोई भी प्रतिनिधि ग्राहकों को कभी भी फोन करके उनसे किसी भी निजी जानकारी, पासवर्ड या वन टाइम एसएमएस पासवर्ड के बारे में नहीं पूछते हैं. इसमें ग्राहक के अकाउंट से इंटरनेट बैंकिंग के जरिए धोखाधड़ी से पैसे निकाले जा सकते हैं. ऐसी फोन कॉल का कभी जवाब न दें. लैपटॉप या डेक्सटॉप पर अपनी ईमेल आईडी सोशल मीडिया अकाउंट को काम के बाद तुरंत लॉगआउट कर दें.
- ऐसी किसी कॉल का जवाब नहीं दें जिसमें आपकी यूजर आईडी, पासवर्ड, डेबिट कार्ड नंबर, पिन, सीवीवी आदि को अपडेट या वेरिफाई करने के लिए कहा जाए. अपने बैंक को ऐसे फोन कॉल के बारे में जानकारी दें. अगर आपने कॉल पर ये बता दिए हैं, तो तुरंत अपने पासवर्ड को बदल लें.
- हमेशा इस बात को याद रखें कि कुछ जानकारी जैसे पासवर्ड, PIN, TIN आदि सख्त तौर पर गोपनीय होते हैं और इनकी बैंक के कर्मचारियों और सुरक्षा अधिकारियों को भी नहीं पता होता है. इसलिए आप फोन पर पूछे जाने पर इन्हें न बताएं. फोन पर किसी को बिना ठोस कारण के अपनी पहचान का प्रमाण भी उपलब्ध न कराएं.