पश्चिम चंपारण: जिले के मधुबनी प्रखंड स्थित दहवा स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों का इलाज भगवान भरोसे चल रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि अस्पताल में डॉक्टर कभी-कभार ही आते हैं. यहां नर्स ही मरीजों का इलाज करती है.
अस्पताल में नहीं मिलते डॉक्टर
ईटीवी के संवाददाता मंगलवार को जब गण्डक दियारा पार इस अस्पताल में पहुंचे तो यहां एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे. प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल लाई गई महिला के परिजनों ने बताया कि वे लोग सोमवार से ही अस्पताल में हैं. लेकिन अभी तक डॉक्टर से मिलना नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में प्रसव एएनएम के भरोसे चल रहा है.
निजी क्लीनिक चलाते हैं डॉक्टर
इस बीच किसी ने ईटीवी की टीम के अस्पताल में होने की खबर मेडिकल ऑफिसर को दी. जिसके बाद आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे मेडिकल ऑफिसर बालेश्वर शर्मा ये मानने को तैयार ही नहीं थे कि अस्पताल से डॉक्टर नदारद रहते हैं. उनके आते ही वहां मौजूद मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों पर निजी क्लीनिक चलाने का आरोप लगाया तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर निजी क्लीनिक पर समय देते हैं, लेकिन यहां की ड्यूटी पूरी करने के बाद. यह पूछने पर कि अभी कोई डॉक्टर क्यों नहीं हैं? तो उन्होंने कहा कि केवल आज ऐसा हो गया. मैं तो हूं ही, बाकी डॉक्टर काम से कहीं गए होंगे.
नर्स ही करती है इलाज
सड़क दुर्घटना में घायल हुए एक व्यक्ति ने बताया कि स्थानीय लोगों ने मुझे अस्पताल पहुंचाया तो यहां एक भी डॉक्टर नहीं थे. नर्सों ने ही मेरी मरहम-पट्टी की और इलाज किया. बता दें कि अस्पताल में 3 चिकित्सक और 16 एएनएम का पदस्थापना है.