बगहा: बिहार के बगहा में इंडो नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकिनगर के लक्ष्मीपुर रमपुरवा में जमीन विवाद का मामला गहरा गया है. इस कारण इलाके में तनावपूर्ण स्थिति माहौल बन गई है. लिहाजा एसडीपीओ कैलाश प्रसाद के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात की गई. दरअसल, पूरा मामला सीलिंग की जमीन पर कब्जे से जुड़ा है. इसको लेकर दो पक्ष के हजारों लोग आमने सामने आ गए हैं. इसमें 136 भूमिहीन व दलित परिवार के पर्चाधारी धरना पर बैठ गए हैं. वहीं दावेदारी पेश की जाने वाली जमीन भू स्वामी व स्थानीय पूर्व मुखिया के कब्जा दखल में वर्षों से है.
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40 वर्ष पहले पर्चा मिलने का कर रहे दावा: पर्चाधारी मायादेवी ने बताया कि करीब 40 वर्ष पहले यहां 136 भूमिहीन परिवारों को बासगीत का पर्चा मिला था. तब से इन्हें कब्जा दाखिल नहीं मिला. पर्चा वितरण के बाद भू स्वामी के विरोध पर न्यायालय ने इस पर रोक लगा दी है. जानकारी के मुताबिक सीलिंग एक्ट के बाद भी जमीन पर दावा करने वाले भू-स्वामी का दावा है और वह उसे कई सालों से जोत और आबाद कर रहे हैं. इसी बीच दो दिनों से इसी जमीन पर कब्ज़ा दखल करने 136 बासगीत पर्चाधारी पहुंच गए हैं. इसके बाद दोनों पक्षों के लोग आमने सामने आ गए हैं.
जबरन रैयती जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं कुछ लोग: वहीं लक्ष्मीपुर रमपुरवा के पूर्व मुखिया प्रमोद सिंह का कहना है कि यह हमारे परिवार की रैयती जमीन है. चूंकि इस भूखंड पर एक ठेकेदार की नजर है. इसलिए वह कुछ लोगों को उसका कर पर्चाधारी का दावा कर जमीन पर ले आ आया है. वह इनलोगों को आगे कर जमीन पर कब्जा करना चाहता है. 364 एकड़ जमीन है. इसका म्यूटेशन भी कराया गया है. ये सब सिर्फ लोकल पाॅलिटिक्स के कारण लोगों को उसका कर हमलोगों की जमीन को हड़पना चाहते हैं.