बेतिया: पश्चिमी चंपारण जिले में मिठाई व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो चुका है. दुकानों में सन्नाटा पसरा हुआ है. कोरोना ने ऐसा कहर बरपाया है कि लोग दुकान पर मिठाई खरीदने तक नहीं आ रहे हैं. ऐसे में दुकानदारों के सामने घोर संकट आन पड़ी है.
दुकानदारों का कहना है कि दुकान के किराया तक का पैसा नहीं निकल पा रहा है. बिजली बिल तक का पैसा नहीं निकल पा रहा है. जो मजदूर दुकानों में काम कर रहे हैं. उनका भी पैसा नहीं निकल रहा है. कोरोना ने ऐसा कहर बरपाया है कि हमें पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. कोरोना संक्रमण से पहले दुकानों में जहां 40 से 50 किलो प्रतिदिन मिठाई की विक्री होती थी. आज महज 1 किलो से 2 किलो पर ही संतुष्ट होना पड़ रहा हैं.
'घर से निकलने में लगता है डर'
वहीं, इस कोरोना काल में मिठाई खरीदने पहुंचे कुछ ग्राहकों से बात की गई. तो उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण घर से निकलने में डर लगता है और बाहर का सामान खरीदने में भी डर बना रहता है. पहले मिठाई प्रतिदिन खरीद कर ले जाते थे. लेकिन अब मिठाई खरीदने की इच्छा नहीं होती है.
लॉकडाउन के कारण मिठाई का व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो चूका है. ऐसे में लोगों के जीवन से मिठास इस कोरोना काल में पूरी तरह से गायब हो चुका है. हालांकि अनलॉक में मिठाई की दुकानें भी खुल गई है, लेकिन ग्राहक काफी कम पहुंच रहे हैं.