पश्चिम चंपारण: बगहा के एक छात्र आदित्य कुमार ने अंडों से चूजा तैयार करने का एक नया तरीका इजाद किया है. जिसके तहत इनक्यूबेटर मशीन के जरिये एक बार में 60 अंडों से चूजे निकाले जा सकेंगे. छोटे किसानों के रोजगार सृजन में ये तकनीक काफी फायदेमंद साबित हो सकती है.
2500 की लागत से बनाई इनक्यूबेटर मशीन
आदित्य कुमार बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर भागलपुर में बीएससी एग्रीकल्चर विषय से स्नातक का छात्र है. आदित्य ने बताया कि उसने महज 2500 की लागत से ये इनक्यूबेटर मशीन बनाई है. जिसका उपयोग कर 60 अंडों की हैचिंग कर चूजे तैयार किये जा सकते हैं.
सस्ती इनक्यूबेटर मशीन
छात्र ने बताया कि किसानों के लिए ये काफी फायदेमंद हो सकता है. अमूमन अंडों से चूजे तैयार करने की मशीन लाखों रुपये तक में आती है. उसकी तुलना में यह इनक्यूबेटर मशीन काफी सस्ती है. जिससे आम किसान भी आसानी से इसका उपयोग कर चूजे निकाल सकते हैं.
ह्यूमिडिटी कंट्रोल कर की जाती है मैन्युअल हैचिंग
इनक्यूबेटर मशीन से मुर्गी पालन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही किसानों को रोजगार भी मिलेगा. हैचिंग टेम्परेचर और ह्यूमिडिटी कंट्रोल करके की जाती है. आदित्य ने बताया कि एक थेर्मोकोल के बक्से में बिजली का उपयोग कर साधारण और आसान तरीके से टेम्परेचर और ह्यूमिडिटी को कंट्रोल कर मैन्युअली हैचिंग की जाती है. इस प्रक्रिया के तहत मुर्गी के अंडों से 21 दिन और कोयल या बटेर के अंडों से 14 दिन में चूजे निकल जाएंगे.