बगहा: पश्चिम चंपारण जिले के बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में जूनियर डॉक्टर को अस्पताल उपाधीक्षक बनाए जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है. अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ केबीएन सिंह के खिलाफ सीनियर डॉक्टरों ने मोर्चा खोल दिया है. सिविल सर्जन समेत स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों को पत्र लिखकर इस बाबत शिकायत दर्ज कराई है. कहा है कि, जूनियर अस्पताल उपाधीक्षक के अंडर में काम करने पर उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंच रहा है.
इसे भी पढ़ेंः Bagaha News: उत्पाद विभाग के हाजत से शराब तस्कर फरार, तस्करी के मामले में हुई थी गिरफ्तारी
ट्रांसफर की मांगः अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ एसके अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान उपाधीक्षक से 26 और 27 वर्ष सीनियर डॉक्टर को वरीयता नहीं दी गई. विभाग द्वारा जूनियर डॉक्टर को अस्पताल का उपाधीक्षक बना दिया गया जो उचित नहीं है. यदि विभाग अपना फैसला नहीं बदलता है तो सीनियर डॉक्टर्स जूनियर उपाधीक्षक के अंडर में सेवा नहीं देंगे. उन्होंने अपने ट्रांसफर के लिए भी सिविल सर्जन को पत्र लिखा है.
"वर्तमान उपाधीक्षक से मैं 26 साल सीनियर हूं. जबकि डॉ अशोक कुमार तिवारी 27 साल सीनियर हैं. डॉ अशोक कुमार तिवारी को अस्पताल उपाधीक्षक बनाना चाहिए ताकि सीनियर के अंडर में सबको सीखने का मौका मिलेगा."- डॉ एसके अग्रवाल, वरीय चिकित्सक सह पूर्व अस्पताल उपाधीक्षक
सीनियर-जूनियर की लड़ाई: बता दें कि इसके पूर्व डॉक्टर एसके अग्रवाल भी अस्पताल उपाधीक्षक के पद पर रह चुके हैं. उनसे पूर्व डॉ अशोक कुमार तिवारी भी इस पद पर लंबे समय तक रहे थे. कोरोना काल में इन दोनों को दरकिनार कर डॉक्टर के बी एन सिंह को अस्पताल उपाधीक्षक बनाया गया, तबसे अस्पताल में सीनियर जूनियर का मामला चल रहा है. इसको लेकर जमकर राजनीति हो रही है. यदि समय रहते इस मामले को नहीं सुलझाया गया तो अस्पताल में इलाज कम और राजनीति ज्यादा होगी.