बेतिया (वाल्मीकिनगर): कोरोना महामारी से जहां सभी कारखाने बन्द हो गए थे. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी कोई कार्य नहीं होने से लोगों के खाने पर आफत आ गई थी. इसको देखते हुए सरकार ने राशन कार्ड के हिसाब से प्रति व्यक्ति पांच किलो राशन देने का प्रावधान किया है. लेकिन कुछ डीलरों की अनियमितता से इस योजना पर बंदरबांट लग रहा है.
जनवितरण दुकान की जांच
जिले के पिपरासी प्रखंड स्थित परसौनी गांव की डीलर शांति देवी की जनवितरण दुकान की जांच बगहा एसडीएम शेखर आनंद ने किया. निरीक्षण के दौरान डीलर पर पीओस मशीन में अपने बेटे का नाम जोड़ कर एक गरीब परिवार का राशन उठाने के आरोपों की जांच की. इसमें डीलर के बेटे और अन्य ग्रामीणों से आवश्यक पूछताछ की गई.
कानूनी कार्रवाई का आश्वासन
एसडीएम ने डीलर के बेटे से पूछा कि क्या आरोप सही है. इस पर उसने कहा कि गलती से मेरा नाम मशीन में उस परिवार के साथ जुड़ गया था. पीड़ित परिवार को राशन दे दिया गया. इस पर एसडीएम ने कहा कि इसमें अनियमितता तो देख रही है. एसडीएम ने कहा कि हर पहलू की जांच होनी चाहिए. पीड़ित परिवार का कई माह से डीलर का बेटा राशन उठा लेता था. इस आरोप के सभी सबूत होने के बावजूद क्लीन चिट कैसे दे दिया गया. एसडीएम ने इस मामले की पुनः जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया.
सड़क विवाद की जांच
एएसडीएम ने इस जांच में डीलर को क्लीन चिट दे दिया था. वहीं एसडीएम ने पिपरियाटोला गांव में सड़क विवाद की भी जांच की और सीओ को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया. मौके पर एएसडीएम सरफराज नवाज, बीडीओ बिड्डू कुमार राम, मुनिन्दर सिंह आदि उपस्थित रहे.