बगहा(रामनगर): जिले के बारगजवा में विवादित सीलिंग जमीन पर कब्जा को लेकर पर्चाधारी और भूमि बदलेन करने वाले लोगों ने प्रदर्शन किया. इन लोगों ने जिले में अलग-अलग जगहों पर रामनगर-लौरिया मेन रोड को कई घंटे जाम रखा. वहीं, मौके पर पहुंचे एसडीएम ने मामला को शांत करवाया और जाम हटवाया.
बताया जाता है कि रामनगर के बरगजवा में सीलिंग की जमीन पर कब्जा करने का मामला काफी लंबे समय से चला आ रहा है. दरअसल अरिंदम उर्फ सोना शाही के तथाकथित जमीन पर 90 पर्चाधारिेयों को जमीन का पर्चा मिला था. जिसके बाद वहां पर्चा धारियों ने घर बना लिया और खेती भी करने लगे. लेकिन दूसरे पक्ष अरिंदम शाही ने जमीन पर दावा ठोक दिया कि ये सीलिंग की जमीन नहीं है ये उनका निजी जमीन है. अरिंदम शाही की ओर से दावा ठोके जाने के बाद मामला न्यायालय पहुंच गया. इस मामले में फैसला आने तक दोनों पक्षों को विवादित जमीन से दूर रहने को कहा गया. लेकिन इस सप्ताह यह दूसरी बार हुआ है, जब न्यायालय में विचाराधीन जमीन पर कब्जा को ले पर्चाधारी और भूमि बदलेन करने वाले जमीन पर कब्जा करने पहुंच गए.
जमीन बेचने और खेती करने का आरोप
बता दें कि पिछले बार जब पर्चा धारियों ने जब जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी तो अनुमंडल पदाधिकारी और रामनगर एसडीपीओ ने मामला शांत करवाकर कड़ी चेतावनी दी थी. कहा गया था कि जब तक मामला कोर्ट में है तब तक कोइ पक्ष जमीन की जोत आबाद नहीं करेगा. इसके बावजूद पर्चाधारी मानने को तैयार नही हैं. वो सभी एक बार फिर विवादित जमीन पर कब्जा करने पहुंच गए. जिसके बाद उस पूरे इलाके और खेत की जमीन को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. वहीं, पर्चाधारियों ने आरोप लगाया कि जब मामला न्यायालय में है तो दूसरा पक्ष जमीन क्यों बेच रहा है और खेती करवा रहा है.
एसडीएम ने बैठक कर सुलझाया मामला
इस मामले को लेकर एक बार फिर पुलिस-प्रशासन को जाम हटवाने और विवादित जमीन से दोनों पक्षों को हटाने के लिए काफी जद्दोजेहद करना पड़ा. वहीं, मौके पर पहुंचे एसडीएम विशाल राज ने दोनों पक्षों को कड़ी फटकार लगाई और शाम को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामनगर के कार्यालय में दोनों पक्षों की बैठक हुई. जिसमें दोनों पक्षों को फैसला आने तक जमीन से दूर रहने की हिदायत दी गई.