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बेतिया में मुफ्त राशन में कटौती के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग

बेतिया जिले के जिमरी नौतनवा पंचायत में ग्रामीणों ने राशन डीलर पर आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा मिलने वाले राशन में काफी कटौती करते हैं. साथ ही बहुत से लाभुकों को तो मुफ्त का राशन भी नहीं देते हैं.

मुफ्त अनाज में कटौती के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश.
मुफ्त अनाज में कटौती के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश.
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Published : Sep 2, 2020, 11:04 PM IST

बेतिया(वाल्मीकिनगर): कोरोना महामारी से लोगों की बढ़ रही मुश्किलों को देखते हुए सरकार ने सभी राशनकार्ड धारकों को कार्ड के अनुसार राशन देने के साथ ही प्रतिव्यक्ति 5 किग्रा मुफ्त राशन दे रही है. लेकिन डीलर लोग इस सरकार के कल्याणकारी योजना को धरातल पर नहीं आने दे रही है.

मुफ्त के राशन में कटौती के खिलाफ आक्रोश
जिले के जिमरी नौतनवा पंचायत के जिमरी गांव के डीलर धंर्मेन्द्र महतो की मनमानी से स्थानीय उपभोक्ता काफी आक्रोशित हैं. इसको लेकर उपभोक्ताओं ने डीलर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि डीलर सरकार द्वारा मिलने वाले राशन में काफी कटौती करते हैं. प्रतिव्यक्ति पांच कि.ग्रा. के स्थान पर तीन से चार किलो ही राशन देते हैं. वहीं बहुत से लाभुकों को तो मुफ्त का राशन भी नहीं देते हैं.

जंगल का सुदूर क्षेत्र होने कारण नहीं आते अधिकारी
ग्रामीणों ने बताया कि यह गांव जंगल क्षेत्र से सटा हुआ सुदूर क्षेत्र है. इस कारण अधिकारी न के बराबर ही आते हैं. इस कारण भी ऐसे जनवितरण दुकानदारों का मनोबल बढ़ गया है. ग्रामीण राजू राम, धनश्याम राम, राजकुमार, मुन्ना कुमार, सिकंदर राम आदि ने बताया कि इस समय लोग भुखमरी के कगार पर आ गए हैं, लेकिन किसी भी जिम्मेदार के कान पर जू तक नही रेंग रहा है.

बेतिया(वाल्मीकिनगर): कोरोना महामारी से लोगों की बढ़ रही मुश्किलों को देखते हुए सरकार ने सभी राशनकार्ड धारकों को कार्ड के अनुसार राशन देने के साथ ही प्रतिव्यक्ति 5 किग्रा मुफ्त राशन दे रही है. लेकिन डीलर लोग इस सरकार के कल्याणकारी योजना को धरातल पर नहीं आने दे रही है.

मुफ्त के राशन में कटौती के खिलाफ आक्रोश
जिले के जिमरी नौतनवा पंचायत के जिमरी गांव के डीलर धंर्मेन्द्र महतो की मनमानी से स्थानीय उपभोक्ता काफी आक्रोशित हैं. इसको लेकर उपभोक्ताओं ने डीलर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि डीलर सरकार द्वारा मिलने वाले राशन में काफी कटौती करते हैं. प्रतिव्यक्ति पांच कि.ग्रा. के स्थान पर तीन से चार किलो ही राशन देते हैं. वहीं बहुत से लाभुकों को तो मुफ्त का राशन भी नहीं देते हैं.

जंगल का सुदूर क्षेत्र होने कारण नहीं आते अधिकारी
ग्रामीणों ने बताया कि यह गांव जंगल क्षेत्र से सटा हुआ सुदूर क्षेत्र है. इस कारण अधिकारी न के बराबर ही आते हैं. इस कारण भी ऐसे जनवितरण दुकानदारों का मनोबल बढ़ गया है. ग्रामीण राजू राम, धनश्याम राम, राजकुमार, मुन्ना कुमार, सिकंदर राम आदि ने बताया कि इस समय लोग भुखमरी के कगार पर आ गए हैं, लेकिन किसी भी जिम्मेदार के कान पर जू तक नही रेंग रहा है.

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