बेतिया(नरकटिया): जिले में 7 लाख रुपये के साथ पकड़े गए नरकटियागंज बीडीओ प्रकरण मामले में एक बार फिर से जांच शुरु हो गई है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने इस मामले में भसुरारी पंचायत के मुखिया अखिलेश शर्मा से पूछताछ की. वहीं, जांच टीम के अचानक नरकटियागंज पहुंचने से हड़कंप मच गया.
बता दें कि इस मामले को लेकर जांच टीम के अधिकारियों ने घटनास्थल वाले नौतन थाना पहुंचकर मामले से संबंधित आवश्यक जानकारी ली. उसके बाद टीम शिकारपुर थाना पहुंची. स्थानीय पुलिस को सूचना देने के बाद टीम नगर के वार्ड नंबर-5 स्थित अखिलेश शर्मा के फर्नीचर कारखाना पहुंची. जहां मुखिया से रुपयों के बारे में लिखित रूप से जानकारी ली गई.
क्या था मामला?
बतया जा रहा है कि 5 फरवरी 2020 की रात 9:30 बजे नरकटियागंज बीडीओ राघवेंद्र कुमार त्रिपाठी को बेतिया-नौतन मेन रोड में पुलिस ने उनके निजी वाहन से 7 लाख 10 हजार 34 रुपये के साथ पकड़ा था. बीडीओ निजी वाहन से अपने घर गोपालगंज जा रहे थे. बीडीओ के पकड़े जाने के बाद 6 फरवरी की सुबह आर्थिक अपराध इकाई की टीम नरकटियागंज पहुंचकर बीडीओ के आवास और प्रखंड कार्यालय में छानबीन की. जांच के बाद टीम ने बीडीओ का सरकारी नंबर समेत कई कागजात अपने साथ ले गई थी. उसी समय जांच के दौरान बीडीओ ने ही भसुरारी पंचायत के मुखिया अखिलेश शर्मा से 5 लाख रुपये उधार लेने की बात कही थी. बीडीओ ने यह भी कहा था कि वे इस रुपये से अपने गांव में जमीन खरीदने के लिए जा रहे थे.
अधिकारियों ने कुछ भी बताने से किया इंकार
इतने दिनों बाद फिर से जांच को लेकर अधिकारियों ने इस मामले में कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया. वहीं, मुखिया प्रतिनिधि अखिलेश शर्मा ने बताया कि रुपयों के बारे में पूछताछ किया गया है. अधिकारियों ने इससे संबंधित कुछ फार्म पर उससे दस्तखत करवाएं हैं.