बेतियाः पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट पर उम्मीदवारों की संख्या बढ़ती जा रही है. कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से नाराज चल रहे राकेश यादव ने इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. साथ ही उन्होंने महागठबंधन से रालोसपा प्रत्याशी को बीजेपी का ही नेता बताया.
राकेश यादव का कहना है कि वे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं, लेकिन इस बार महागठबंधनव ने पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट से रालोसपा उम्मीदवार को उतारकर सबसे बड़ी गलती की है. उन्होंने कहा कि रालोसपा उम्मीदवार बृजेश कुशवाहा इस सीट से नहीं जीतेंगे.
22 अप्रैल को करेंगे नामांकन
राकेश यादव ने पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. जिसके लिए वे 22 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान करते हुए कहा कि अगर मैं चुनाव जीत कर आता हूं तो मेरी सबसे पहले प्राथमिकता बेतिया सदर अस्पताल की व्यवस्था ठीक कराना है. उन्होंने कहा कि 25 साल में कोई विकास कार्य नहीं हुआ.
बीजेपी पर भी साधा निशाना
बीजेपी उम्मीदवार पर निशाना साधते हुए कहा कि डॉ संजय जयसवाल को पश्चिमी चंपारण सीट अनुकंपा में मिली है. इस बार मैं उन्हें हरा कर साबित कर दूंगा कि अनुकंपा से मिली सीट ज्यादा दिनों तक नहीं रहती. उन्होंने कहा कि चुनाव में मेरी किसी से भी लड़ाई नहीं है. मैं जनता के कहने पर चुनाव लड़ रहा हुं.
कांग्रेस से बागी हुए राकेश यादव का निर्दलीय चुनाव लड़ना रालोसपा उम्मीदवार बृजेश कुशवाहा को नुकसान पहुंचा सकता है. चुनावी समीकरण जो भी हो 12 मई को मतदान होना है. इस बीच मतदाताओं के दिल में कौन कितनी जगह बना पा रहा है इसका खुलासा 23 मई को ही होगा.