बगहा: प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद चल रही है. उन्नयन बिहार योजना के तहत हर जिले में स्मार्ट क्लास की शुरुआत की जा रही है. वहीं, पश्चिम चंपारण के बगहा में स्कूली बच्चे और शिक्षक मुलभूत सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं. जिले के गोनौली पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोनौली में हेडमास्टर अपनी मनमानी कर रहे हैं. स्वच्छ भारत अभियान और लोहिया स्वच्छता मिशन में भी स्कूली छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को बाहर शौच के लिए जाना पड़ता है. जबकि स्कूल के शौचालय में ताला लटका रहता है.
गोनौली उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रिंसिपल शौचालय गंदा होने के डर से ताला लगाकर चाबी अपने पास रखते हैं. हालांकि, छात्र अक्सर ताला तोड़ देते हैं. फिर नया ताला लगा दिया जाता है. बता दें कि स्कूल में तीन शौचालय है. जिसमें दो की हालत रख-रखाव और मरम्मती के अभाव में खस्ता है. इसमें वर्षों से ताला लटका हुआ है. वहीं, इसके आसपास घनी झाड़ियां उग गई है.
शिक्षिकाओं ने कुछ भी बोलने से किया इनकार
छात्राओं ने ईटीवी भारत को बताया कि शौचालय को लड़के गंदा कर देते हैं. इस वजह से प्रिंसिपल शौचालय में ताला लगा देते हैं. ऐसे में छात्र-छात्राएं और शिक्षक-शिक्षिकाओं को शौच के लिए खेत या झाड़ियों की तरफ जाना पड़ता है. वहीं, शिक्षिकाएं इस बात को मानती हैं. लेकिन, कैमरे के सामने बोलने से परहेज कर रही हैं.
स्कूल में न गेट न ही पानी की टंकी
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में अब तक मेन गेट नहीं लगा है. यहां दो हैंडपंप है. जिसमें से एक टूटा हुआ है. स्कूल में पानी की टंकी और मोटर भी नहीं लग पाया है.
ताला लगा कर बातचीत करते रहते हैं शिक्षक
ईटीवी भारत की टीम ग्रामीणों की शिकायत पर जब स्कूल पहुंची तो पता चला कि प्रिंसिपल जिला मुख्यालय में विभागीय मीटिंग में शामिल होने गए हैं. वहीं, स्कूल के अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं क्लास में ताला लगाकर कुर्सी पर बैठ बातचीत करते दिखे. जबकि बच्चे खेलने में मस्त थे. वहीं, इस बारे में सवाल करने पर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया.