पश्चिमी चंपारण (वाल्मीकिनगर): जिले के पिपरासी प्रखंड अंतर्गत डुमरी भगड़वा पंचायत स्थित पीपी तटबंध पर जल-जीवन हरियाली के तहत मनरेगा योजना से एक हजार पौधे लगाए गए. इस दौरान प्रवासी मजदूरों को प्राथमिकता दी गई. इस दौरान बताया गया कि प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा योजना से कई प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही है, लेकिन सभी तरफ बाढ़ का पानी लग जाने के कारण कई योजनाएं अवरुद्ध हो गई हैं.
मनरेगा ने प्रवासियों को उपलब्ध कराया रोजगार
पौधरोपण की शुरुआत करते हुए पूर्व उपप्रमुख गुलाब चौहान ने कहा कि मनरेगा योजना से प्रवासियों से रोजगार उपलब्ध कराने में काफी सहायता मिली है. प्रवासी मजदूर केदार यादव, बुधन चौहान, प्रमोद चौहान, आंनद चौहान, नन्दलाल चौहान, फेकू चौहान को वनपोषक बनाया गया है. वहीं प्रवासियों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सभी लोग बाहर से घर आ गए थे, यहां भी कोई रोजगार नहीं होंने के कारण सभी लोग बेरोजगार ही घूमते थे. इससे उन्हें काफी समस्या हो गई थी, लेकिन मनरेगा योजना से तालाब की खोदाई, पौधा रोपण आदि कार्य से उनको आजीविका चलाने में सहूलियत मिली है.
मनरेगा में प्रवासियों को दी जा रही है प्राथमिकता
पीओ राजीव रंजन ने बताया कि प्रवासियों के लिए मनरेगा संजीविनी साबित हुई है. पशुपालन, मत्स्य पालन, पौधरोपण, निजी पशुसेड निर्माण आदि कार्यो में प्रवासियों को प्राथमिकता के साथ रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं.