बेतिया: जिले के चनपटिया प्रखंड के मुसहरी सेनुवरिया पंचायत के वार्ड नंबर-10 के लोगों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहां के लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय योजना और राशन वितरण में अनियमितता और भ्रष्टाचार की जाती है. इस समस्या से परेशान होकर लोगों ने समाजसेवी मनीष कश्यप के नेतृत्व में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठायी है.
आवास योजना के लिए घूस की मांग
जिले के सेनुआरिया कुर्मी टोला वार्ड नंबर-10 के लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए लोगों से 10 हजार से 15 हजार घूस मांगा जाता है. वहीं शौचालय निर्माण के लिए भी दो हजार या चार हजार का घूस मांगा जाता है. गरीब लोगों का राशन कार्ड से नाम काट दिया जाता है या उनके नाम पर राशन कार्ड बनाया ही नहीं जाता है. वहीं गांव के लोगों का नया राशन कार्ड बनवाने के लिए जीविका के माध्यम से सर्वे किया गया. लेकिन उसमें भी बड़ी मात्रा पर अनियमितता बरती गई है. इसके कारण गरीबों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
बेतिया: मानव श्रृंखला लगाकर लोगों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ किया प्रदर्शन
बेतिया जिले में सोमवार को गांव के लोगों ने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठायी और मानव श्रृंखला लगाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहां उपस्थित लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए लोगों से 10 हजार से 15 हजार घूस मांगी जाती है. इससे गरीबों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बेतिया: जिले के चनपटिया प्रखंड के मुसहरी सेनुवरिया पंचायत के वार्ड नंबर-10 के लोगों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहां के लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय योजना और राशन वितरण में अनियमितता और भ्रष्टाचार की जाती है. इस समस्या से परेशान होकर लोगों ने समाजसेवी मनीष कश्यप के नेतृत्व में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठायी है.
आवास योजना के लिए घूस की मांग
जिले के सेनुआरिया कुर्मी टोला वार्ड नंबर-10 के लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए लोगों से 10 हजार से 15 हजार घूस मांगा जाता है. वहीं शौचालय निर्माण के लिए भी दो हजार या चार हजार का घूस मांगा जाता है. गरीब लोगों का राशन कार्ड से नाम काट दिया जाता है या उनके नाम पर राशन कार्ड बनाया ही नहीं जाता है. वहीं गांव के लोगों का नया राशन कार्ड बनवाने के लिए जीविका के माध्यम से सर्वे किया गया. लेकिन उसमें भी बड़ी मात्रा पर अनियमितता बरती गई है. इसके कारण गरीबों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.