बेतिया(बगहा): जिले के बगहा-एक प्रखण्ड अंतर्गत सलहा बरियरवा पंचायत में रामनगर-बगहा को जोड़ने वाली पुल का एक पाया वर्षों से ध्वस्त है. इस पर आने जाने पर प्रशासन द्वारा पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है. पुल का पिलर डैमेज होने से दर्जनों पंचायत के ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. वहीं एसडीएम विशाल राज ने कहा है कि इसका निरीक्षण करवा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बनने के दूसरे वर्ष ही ध्वस्त हुआ पुल का पिलर
बगहा और रामनगर के लोगों के लिए मशान नदी पर करोड़ो की लागत से बना पुल बनने के दो साल बाद ही ध्वस्त हो गया. यह पुल इस इलाके के दर्जनों पंचायतों के लिए लाइफ लाइन मानी जाती है. बिहार राज्य पुल निर्माण विभाग द्वारा बनवाये गए इस पुल पर आवागमन बाधित होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है. जिस वजह से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.
प्रशासन ने लगाया नो एंट्री का बोर्ड
पुल का पाया ध्वस्त होने के बाद इसके एक हिस्से में दरार आ गई है. जिसको लोहे के मोटे तार के सहारे बांधा गया है. वहीं ग्रामीणों द्वारा पुल का पिलर डैमेज होने की शिकायत पर प्रशासन ने पुल पर आवागमन बंद करने के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है. साथ ही पुल के दोनों तरफ दीवार बना कर बैरिकेडिंग कर दी है. सिर्फ पैदल और दो पहिया वाहन का उपयोग कर लोग आना-जाना करते हैं.
प्रशासन द्वारा की जाएगी जांच
ऐसे में लोगों को लम्बी दूरी तय कर रामनगर और बगहा मुख्यायल आना-जाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि जो दूरी 10 किलोमीटर है उसको दूसरे रास्ते से 30 से 35 किमी का चक्कर लगाना पड़ता है. इसको लेकर एसडीएम विशाल राज को जब ईटीवी भारत द्वारा अवगत कराया गया तो उन्होंने निरीक्षण कर अग्रेतर कार्रवाई की बात कही है.