पश्चिमी चंपारण: बेतिया में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर भेड़िहरवा चेक पोस्ट पर तैनात नेपाली सशस्त्र प्रहरी ने भेड़िहरवा गांव के रवि रौशन की जमकर पिटाई कर दी. युवक भारतीय क्षेत्र में दूध आपूर्ति कर अपने गांव लौट रहा था. पिटाई के बाद वो किसी तरह अपने गांव वापस गया और ग्रामीणों को आप बीती बताई. जिसके बाद दर्जनों की संख्या में नेपाली लोग नाका पर पहुंचे और अपनी ही पुलिस के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करने लगे.
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इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तनाव
नेपाली लोगों का विरोध प्रदर्शन देख मौके पर दर्जनों की संख्या में भारतीय लोग भी पहुंच गए. दोनों देशों के लोगों ने सामूहिक रूप से नेपाली पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी की. बॉर्डर पर लोगों के प्रदर्शन से घंटों अफरा-तफरी का माहौल हना रहा था.
नेपाली पुलिस ने की नेपाली युवक की पिटाई
प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे नेपाल सशस्त्र प्रहरी मिर्जापुर के इंस्पेक्टर कृष्णा अधिकारी, भेड़िहरवा बीओपी 47वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के सब इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार, एसएसबी अधिकारी चटोरिया मुरमुर, मुख्य आरक्षी विपिन कुमार चौकीदार मुस्लिम अंसारी, छिपहर माई नेपाल वार्ड नंबर 2 के गांवपालिका महेंद्र साह कलवार आदि पहुंच कर भारत और नेपाल के लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया.
''भारत और नेपाल भेड़िहरवा के लोगों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया है. साथ ही आपस में मिलजुल कर रहने की नसीहत भी दी गई है. लोगों को यह सख्त निर्देश किया गया है कि कानून को हाथ में नहीं ले. कोई ऐसा काम नहीं करें ताकि बॉर्डर पर तनाव पैदा हो. इंडो नेपाल बॉर्डर पर हुई घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को भी दी गई है. साथ ही गश्त को पूर्व से और तेज कर दिया गया है.''-अश्विनी कुमार, इंस्पेक्टर, भेड़िहरवा कैंप
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आक्रोशित लोगों का कहना था कि जब नेपाली पुलिस लोगों को भारतीय सीमा में प्रवेश करने के लिए छूट दे रही है, तो फिर क्यों वही लोग जब वापस लौट रहे हैं, तो उनको पीटा जा रहा है. भारतीय क्षेत्र के लोगों का कहना था कि मिल नहीं होने के कारण हम सभी गेहूं और मसाले पिसवाने के लिए अपने बगल के गांव नेपाल ही जाते हैं. ऐसे में अगर स्थिति यही रहती है, तो हम सभी के समक्ष भी समस्या उत्पन्न हो सकती है.