बेतिया(वाल्मीकिनगर): जिले के पिपरा-पिपरासी तटबंध के चंदरपुर प्वाइंट पर 40 करोड़ रुपये की लागत से बचाव और बांध मरम्मती का कार्य किया जा रहा है. जिसका शनिवार को विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें मरम्मती कार्य में होने वाली अनियमितताओं का पता चला. जिसके बाद उन्होंने मौके पर उपस्थित सिंचाई विभाग के इंजीनियरों और संवेदकों को जमकर फटकार लगाई.
बता दें कि बांध के बचाव के लिए उपयोग में लाए जाने वाले प्लास्टिक बैगों में सिल्ट या बालू की जगह पर मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा था. वहीं, बोल्डर भी पास के ही एक स्पर को तोड़कर लाया जा रहा था. इससे उस जगह पर नदी का दबाव बढ़ रहा है. बोल्डर लगाने में भी सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. दो बोल्डरों के बीच जरूरत से ज्यादा गैप है.
'सरकार को बदनाम करने की हो रही कोशिश'
इस मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने विधायक से शिकायत की कि बांध पूरी तरह से सुरक्षित था, लेकिन सिंचाई विभाग के कर्मचारियों और संवेदकों ने मिलीभगत कर तटबंध के साथ छेड़छाड़ किया है. इससे कटाव शुरू हो गया है. वहीं, विधायक ने कहा कि सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. इसे वो किसी भी कीमत पर होने नहीं देंगे. इसीलिए उन्होंने संवेदकों के भुगतान पर रोक लगाकर तुरंत जांच करने की मांग की.
बांध मरम्मती कार्य में अनियमितता
बताया जा रहा है कि इस तटबंध की मरम्मती का कार्य पूरा होने की घोषणा संवेदकों ने जून महीने में ही कर दिया था. लेकिन गुणवत्ता पूर्ण कार्य नहीं होने के कारण कटाव में सारा बालू और बोल्डर बह गया. वहीं, 2017 में भी इसी स्थान पर कटाव हुआ था. जिससे स्थानीय प्रखंड के साथ ठकरहा और सीमावर्ती यूपी के कई दर्जन गांव बाढ़ प्रभावित हुए थे.