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बेतिया पहुंचे मंत्री प्रेम कुमार, नवनिर्मित संयुक्त कृषि भवन का किया उद्घाटन

तकनीकी प्रबंधक के 11, सहायक तकनीकी प्रबंधक के 53 और प्रखंड स्तरीय लेखापाल पद के 17 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र कृषि मंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सभी विधायक और सभापति ने दिया.

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Published : Nov 2, 2019, 9:18 AM IST

कृषि भवन

बेतिया: जिले में कृषि, पशु और मत्स्य संसाधन मंत्री प्रेम कुमार ने आफिसर कालोनी के पास नवनिर्मित संयुक्त कृषि भवन का उद्घाटन किया. नवनिर्मित संयुक्त कृषि भवन का निर्माण 4 करोड़ 15 लाख 71 हजार की लागत से हुआ है. वहीं, इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, पूर्व मंत्री रेणु देवी, नप सभापति गरिमा सिकारिया, डीएम डाॅ. निलेश रामचंद्र देवरे, बेतिया डीईओ सहित कई अधिकारी मौजूद थे.

कृषि कार्यालय की होगी स्थापना
तकनीकी प्रबंधक के 11, सहायक तकनीकी प्रबंधक के 53 और प्रखंड स्तरीय लेखापाल पद के 17 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र कृषि मंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सभी विधायक और सभापति ने दिया. कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि संयुक्त कृषि भवन का शुभारंभ हो गया है. इस भवन में केन्द्रीयकृत रूप से समय कार्यों का निष्पादन करने में सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि 2020 तक राज्य के सभी प्रखंडों में ई.किसान भवन कार्यरत होगा. इसके साथ ही किसानों की सुविधा के मद्देनजर सभी पंचायतों में भी कृषि कार्यालय की स्थापना की जायेगी.

बेतिया पहुंचे मंत्री प्रेम कुमार

किसानों को बनाया जा रहा है डाटाबेस
1465 पंचायत कृषि कार्यालयों ने कार्य करना प्रारंभ भी कर दिया है. दिसंबर 2019 तक 8 हजार पंचायतों में कृषि कार्यालय को फंक्शनल करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि पूर्व में किसानों का कोई भी आंकड़ा उपलब्ध नहीं था. लेकिन अब सभी किसानों का डाटाबेस बनाया जा रहा है, सभी किसानों का निबंधन कराया जा रहा है. डीबीटी रजिस्ट्रेशन के माध्यम से ही केन्द्र और राज्य सरकार के तरफ से क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं का लाभ किसानों को प्रदान होगा. उन्होंने कहा कि जिले में अबतक लगभग 2 लाख 96 हजार किसानों ने डीबीटी निबंधन कराया है. यह आंकड़ा लक्ष्य से दूर है.

BETIYA
प्रेम कुमार ने कृषि भवन का किया उद्घाटन

अधिक से अधिक किसानों का लाभान्वित करने लक्ष्य
प्रेम कुमार ने कहा कि विशेष अभियान चलाकर जिले के प्रत्येक किसान का निबंधन कराना सुनिश्चित किया जाएगा. प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना और प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना से अधिक से अधिक किसानों का लाभान्वित करना है. उन्होंने कहा कि कोई भी किसान इन योजनाओं से वंचित नहीं रहे, ऐसा प्रयास एक अभियान चलाकर करना होगा.

बॉयोगैस की स्थापना पर 50 प्रतिशत का अनुदान
2 घनमीटर के गोबर गैस और बॉयोगैस की स्थापना के लिए लागत मूल्य का 50 प्रतिशत अधिकतम 21 हजार रूपए अनुदान दिया जा रहा है. जैविक खेती करने वाले किसानों के एडौपसन के लिए 11 हजार 500 रू0 और प्रमाणीकरण के लिए 500 रू प्रति एकड़ की दर से अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसानों को गेहूं, धान, मक्का आदि फसलों के साथ-साथ मत्स्यय, गाय, बकरी और हनी आदि पालन कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना होगा.

बेतिया: जिले में कृषि, पशु और मत्स्य संसाधन मंत्री प्रेम कुमार ने आफिसर कालोनी के पास नवनिर्मित संयुक्त कृषि भवन का उद्घाटन किया. नवनिर्मित संयुक्त कृषि भवन का निर्माण 4 करोड़ 15 लाख 71 हजार की लागत से हुआ है. वहीं, इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, पूर्व मंत्री रेणु देवी, नप सभापति गरिमा सिकारिया, डीएम डाॅ. निलेश रामचंद्र देवरे, बेतिया डीईओ सहित कई अधिकारी मौजूद थे.

कृषि कार्यालय की होगी स्थापना
तकनीकी प्रबंधक के 11, सहायक तकनीकी प्रबंधक के 53 और प्रखंड स्तरीय लेखापाल पद के 17 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र कृषि मंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सभी विधायक और सभापति ने दिया. कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि संयुक्त कृषि भवन का शुभारंभ हो गया है. इस भवन में केन्द्रीयकृत रूप से समय कार्यों का निष्पादन करने में सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि 2020 तक राज्य के सभी प्रखंडों में ई.किसान भवन कार्यरत होगा. इसके साथ ही किसानों की सुविधा के मद्देनजर सभी पंचायतों में भी कृषि कार्यालय की स्थापना की जायेगी.

बेतिया पहुंचे मंत्री प्रेम कुमार

किसानों को बनाया जा रहा है डाटाबेस
1465 पंचायत कृषि कार्यालयों ने कार्य करना प्रारंभ भी कर दिया है. दिसंबर 2019 तक 8 हजार पंचायतों में कृषि कार्यालय को फंक्शनल करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि पूर्व में किसानों का कोई भी आंकड़ा उपलब्ध नहीं था. लेकिन अब सभी किसानों का डाटाबेस बनाया जा रहा है, सभी किसानों का निबंधन कराया जा रहा है. डीबीटी रजिस्ट्रेशन के माध्यम से ही केन्द्र और राज्य सरकार के तरफ से क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं का लाभ किसानों को प्रदान होगा. उन्होंने कहा कि जिले में अबतक लगभग 2 लाख 96 हजार किसानों ने डीबीटी निबंधन कराया है. यह आंकड़ा लक्ष्य से दूर है.

BETIYA
प्रेम कुमार ने कृषि भवन का किया उद्घाटन

अधिक से अधिक किसानों का लाभान्वित करने लक्ष्य
प्रेम कुमार ने कहा कि विशेष अभियान चलाकर जिले के प्रत्येक किसान का निबंधन कराना सुनिश्चित किया जाएगा. प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना और प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना से अधिक से अधिक किसानों का लाभान्वित करना है. उन्होंने कहा कि कोई भी किसान इन योजनाओं से वंचित नहीं रहे, ऐसा प्रयास एक अभियान चलाकर करना होगा.

बॉयोगैस की स्थापना पर 50 प्रतिशत का अनुदान
2 घनमीटर के गोबर गैस और बॉयोगैस की स्थापना के लिए लागत मूल्य का 50 प्रतिशत अधिकतम 21 हजार रूपए अनुदान दिया जा रहा है. जैविक खेती करने वाले किसानों के एडौपसन के लिए 11 हजार 500 रू0 और प्रमाणीकरण के लिए 500 रू प्रति एकड़ की दर से अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसानों को गेहूं, धान, मक्का आदि फसलों के साथ-साथ मत्स्यय, गाय, बकरी और हनी आदि पालन कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना होगा.

Intro:बेतिया: बेतिया पहुंचे कृषि, पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री प्रेम कुमार, नवनिर्मित संयुक्त कृषि भवन का किया उद्घाटन, 4, करोड़ 15 लाख 71 हजार की लागत बना भवन, 2020 तक सूबे के सभी प्रखंड़ों में ई-किसान भवन होंगे कार्यरत, किसानों का तैयार किया जायेगा डाटावेश, किसान चौपाल व पाठशाला का आयोजन कर कृषि योजनाओं की दी जाती है।Body:बेतिया कृषि, पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री प्रेम कुमार ने आॅफिसर काॅलोनी के समीप अवस्थित नवनिर्मित संयुक्त कृषि भवन का उद्घाटन किया, नवनिर्मित संयुक्त कृषि भवन का निर्माण 4 करोड 15 लाख 71 हजार की लागत से हुई है।,नवनिर्मित भवन के बाद योगापट्‌टी व सिकटा प्रखंड में बने ई-किसान भवन का रिमोट दबाकर उद्घाटन किया, उद्घाटन समारोह शुभारंभ कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, पूर्व मंत्री रेणु देवी, नप सभापति गरिमा सिकारिया,डीएम डाॅ. निलेश रामचंद्र देवरे, बेतिया डीईओ ने संयुक्तरुप से दीप प्रज्वलित कर किया, कार्यक्रम की शुरुआत
में ही प्रखंड तकनीकी प्रबंधक के 11,सहायक तकनीकी प्रबंधक के 53 एवं प्रखंड स्तरीय लेखापाल पद के 17 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सभी विधायक व सभापति ने दिया।Conclusion:इस दौरान कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि संयुक्त कृषि भवन का शुभारंभ हो गया है, इस भवन में केन्द्रीयकृतरूप से ससमय कार्यों का निष्पादन करने में सुविधा होगी, उन्होंने कहा कि
2020 तक राज्य के सभी प्रखंडों में ई.किसान भवन कार्यरत होगा, इसके साथी
ही किसानों की सुविधा के मद्देनजर सभी पंचायतों में भी कृषि कार्यालय की स्थापना की जायेगी। 1465 पंचायत कृषि कार्यालयों ने कार्य करना प्रारंभ
भी कर दिया है, दिसंबर 2019 तक 8 हजार पंचायतों में कृषि कार्यालय को फंक्शनल करने का लक्ष्य रखा गया है, उन्होंने कहा कि पूर्व में किसानों
का कोई भी आंकड़ा उपलब्ध नहीं था, आज सभी किसानों का डाटाबेस बनाया जा रहा है, सभी किसानों का निबंधन कराया जा रहा है, डीबीटी रजिस्ट्रेशन के माध्यम से ही केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं का लाभ किसानों को प्रदान होगा, उन्होंने कहा कि जिले में अबतक लगभग 2 लाख 96 हजार किसानों ने डीबीटी निबंधन कराया है, यह आंकड़ा लक्ष्य से दूर है, उन्होंने अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि विशेष अभियान चलाकर जिले के प्रत्येक किसान का निबंधन कराना सुनिश्चित किया जाय, केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना एवं प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना से अधिक से अधिक किसानों का लाभान्वित करना है, उन्होंने कहा कि कोई भी किसान इन योजनाओं से वंचित नहीं रहे, ऐसा प्रयास एक अभियान चलाकर करना होगा। उन्होंने कहा कि किसान चौपाल व किसान पाठशाला आदि का आयोजन कर किसानों के बीच जाकर उन्हें विभिन्न कृषि योजनाओं आदि से संबंधित जानकारी प्रदान की जा रही है। उन्होंने जैविक खेती पर जोर देते हुए कहा कि जैविक खेती से लाभ अधिक है। प्रत्येक जिले में एक जैविक ग्राम बनाने की कार्ययोजना पर काम चल रहा है। किसानों को 75 घनफीट के पक्का वर्मी बेड इकाई पर लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम 5 हजार रू प्रति इकाई अनुदान देय है, इसी तरह 2 घनमीटर के गोबर गैस व बॉयोगेस की स्थापना के लिए लागत मूल्य का 50 प्रतिशत अधिकतम 21 हजार
रू अनुदान दिया जा रहा है। जैविक खेती करने वाले किसानों के एडौपसन के लिए 11 हजार 500 रू0 एवं प्रमाणीकरण के लिए 500 रू प्रति एकड़ की दर से अनुदान दिया जा रहा है।उन्होंने कहा कि आज किसानों को गेहूं, धान, मक्का आदि फसलों के साथ साथ मत्स्यय, गाय, बकरी व हनी आदि पालन कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना होगा। उन्होंने कहा कि किसान समेकित कृषि प्रणाली अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं। इसमें राज्य सरकार द्वारा हर संभव सहयोग किया जायेगा। उन्होंने ड्रिप इरिगेशन पद्धति के बारे में भी चर्चा किया। उन्होंने कहा कि यह पद्धति अत्यंत लाभकारी है।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत प्रति बूंद अधिक फसल के ड्रिप सिंचाई के लिए 90 प्रतिशत एवं स्प्रींकलर सिंचाई हेतु निर्धारित मूल्य का
75 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा हैए जिसका लाभ किसान भाई उठायें।

बाइट- प्रेम कुमार, कृषि, पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री

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