नैनीताल: उत्तराखंड में नैनीताल जिले के रामगढ़ इलाके में बारिश (Heavy Rain) ने 10 लोगों की जान ले ली है. यहां तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है. भूस्खलन होने से कई मकान ध्वस्त हो गए. कई मकान मलबे में बह गए. रामगढ़ इलाके के झुतिया गांव में कई घरों के ऊपर मलबा आ गिरा. इस कारण छह लोग दब गए.
ये भी पढ़ें- उत्तराखंड: कॉर्बेट के रिजॉर्ट में घुसा कोसी का पानी, डूब गईं पर्यटकों की कारें
पांच लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई. एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. झुतिया गांव में इस हादसे के बाद मातम है. नैनीताल जिले में तीन दिन से लगातार बारिश होने के कारण हालात बेकाबू हैं. नैनीताल शहर का सड़क संपर्क देश-दुनिया से कटा हुआ है.
रामगढ़ के झुतिया गांव में जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनकी डिटेल इस प्रकार है.
पांच मृतकों के नाम इस तरह हैं-
- धीरज कुमार, पश्चिमी चंपारण, बिहार
- जुमराती, पश्चिमी चंपारण, बिहार
- हरेंद्र, अम्बेडकर नगर
- विनोद कुमार, अंबेडकर नगर
- इम्तियाज, अम्बेडकर नगर
मृतकों में से 2 लोग बिहार के पश्चिमी चंपारण जबकि 3 लोग उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर के रहने वाले थे. ये लोग इन दिनों रामगढ़ क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे. सभी मजदूर रामगढ़ क्षेत्र के एक घर में रह रहे थे. तभी देर रात पहाड़ी क्षेत्र से आए मलबे ने घर को अपनी चपेट में ले लिया. इसमें पांच मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया है जिसका नाम काशीराम है. काशीराम बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले का रहने वाला है.
घायल व्यक्ति को सुबह रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया. उसका अब रामगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार चल रहा है. जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से क्षेत्र में काफी भय का माहौल बना हुआ है. घटना की सूचना के बाद आपदा प्रबंधन एवं जिला प्रशासन की टीम ने राहत बचाव का कार्य शुरू किया. लेकिन प्रभावित क्षेत्र से लोगों को अन्य जगह भेजना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है.
वहीं नैनीताल के दूरस्थ क्षेत्र दोसापानी मुक्तेश्वर क्षेत्र में भी तीन ग्रामीणों की मलबे की चपेट में आने से ही मौत हो गई. नैनीताल, अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर दो मजदूरों की चट्टान के बीच दबने से मौत हो गई.