ETV Bharat / state

जिसकी हत्या के आरोप में पत्नी और ससुराल वाले काट रहे थे सजा, वो 5 साल बाद आकर बोला- 'जिंदा हूं मैं'

जिस व्यक्ति को मरा हुआ मान लिया गया था वह व्यक्ति 5 साल बाद घर पहुंच गया. जिसके बाद उस व्यक्ति को देखने वालों की भीड़ लग गई. जानिए आखिर क्या था मामला... जिसकी हत्या के आरोप में पत्नी और ससुराल वाले काट रहे थे सजा, वो 5 साल बाद आकर बोला- 'जिंदा हूं मैं'

FSV
FSV
author img

By

Published : Oct 19, 2021, 12:01 PM IST

बेतिया: बिहार के बेतिया जिले से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. जहां 5 वर्ष पहले मृत व्यक्ति जिंदा (Dead Man Found Alive In Bettiah) पाया गया. व्यक्ति के हत्या का आरोप उसकी पत्नी और ससुराल वालों पर लगाया गया था. इस मामले को लेकर साठी थाने में कांड संख्या 155 /16 दर्ज है. सभी लोग पटना हाईकोर्ट से बेल पर थे.

इसे भी पढ़ें: शराबी पति ने दहेज के लिए दो बच्चों से साथ पत्नी को घर से निकाला, 1 महीने के बच्चे को मां से छीना

मामला पश्चिम चंपारण जिले के साठी थाना क्षेत्र (Sathi Police Station) का है. जहां साठी के कटहरी गांव निवासी विकास कुमार ने अपने भाई राम बहादुर राव की हत्या का मामला 2016 में बेतिया कोर्ट में दर्ज कराया था. विकास कुमार ने बताया कि 2015 में एक्सीडेंट हो गया था. हादसे में विकास का पैर टूट गया था. उस दौरान भाई राम बहादुर राव गुजरात में काम करता था, वह अपने भाई विकास को देखने साठी घर आया हुआ था.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: गोपालगंज: RJD के प्रखंड अध्यक्ष के लापता होने पर जमकर बवाल, 2 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

भाई से मिलने के बाद राम बहादुर वापस गुजरात चला गया. जब विकास का पैर ठीक हुआ, तो वह अपने भाई राम बहादुर राव के ससुराल पहुंचा. वहां विकास ने राम बहादुर राव यानी अपनी भाई की पत्नी को विधवा अवस्था में देखा. विकास को शक हुआ कि भाई की हत्या कर दी गई है. विकास ने इसकी जांच पड़ताल की, तो उनके भाई का कोई अता-पता नहीं चल सका. जिसके बाद वह साठी थाना और रामनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए चक्कर काटते रहे.

जब दोनों थाने में कहीं भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई, तो विकास कुमार ने बेतिया न्यायालय में मामला दर्ज कराया. भाई की पत्नी गुड्डी देवी व उनके परिजनों पर अपहरण व हत्या का मामला दर्ज कराया गया. 2016 से यह केस चल रहा है. बेतिया कोर्ट से किसी को भी इस मामले में राहत नहीं मिली. केस में नामजद सभी अभियुक्त पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. अभी इस मामले का अनुसंधान चल रहा था, तभी अचानक 5 साल पहले मृत राम बहादुर राव जिंदा सबके समक्ष आ गया.

वहीं, 5 साल से गायब राम बहादुर राव जब साठी अपने गांव कटहरी पहुंचा, तो लोग देखकर आश्चर्य रह गए और राम बहादुर राव देखने के लिए उनके घर लोगों का तांता लगने लगा. राम बहादुर राव ने बताया कि गुजरात में वह एक धागा बनाने वाली कंपनी में काम करता था. कंपनी से घर लौट रहे थे तभी एक अज्ञात वाहन से एक्सीडेंट हो गया और उसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया. राम ने बताया कि घायल अवस्था में उसके साथ काम करने वाले दोस्तों ने अस्पताल पहुंचाया. जहां वह कोमा में चल गया था. इसके साथ ही उसकी याददाश्त भी चली गई थी.

काफी दिनों तक अस्पताल में रहने के कारण राम बहादुर का दोस्त कोरोना की चपेट में आ गया था. जिससे उसकी मौत हो गई. जब राम बहादुर राव की याददाश्त वापस आई, तो उसने अपने परिवार वालों को खोजने की काफी कोशिश की. फिर जनवरी 2021 में फेसबुक के माध्यम से अपने परिजनों को खोजा. तभी फेसबुक पर उसके बेटे आकाश सिंह का नंबर मिला. जिस नंबर पर राम बहादुर राव ने अपने बेटे से संपर्क कर अपनी पूरी आपबीती बताई.

जिसके बाद पत्नी गुड्डी देवी और बेटा आकाश सिंह मार्च में गुजरात पहुंचे. गुड्डी देवी ने अपने पति रामबहादुर राव से बताया कि आपके भाई विकास कुमार ने हत्या और अपहरण का मामला मेरे और मेरे परिजनों के ऊपर दर्ज कराया है. मामले में उच्चतम न्यायालय के बेल पर सभी हैं. जिसके बाद राम बहादुर राव साठी थाना पहुंचकर साठी थाना अध्यक्ष उदय कुमार के समक्ष अपनी सारी बातें रखी.


'साठी थाना में एक व्यक्ति के अपहरण व हत्या का मामला दर्ज किया गया था. व्यक्ति के बारे में बताया गया था कि उसका अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई है. केस अनुसंधान में चल रहा था. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए व्यक्ति के बारे में पता लगाया. पुलिस को पता चला कि व्यक्ति का न तो अपहरण किया गया है और न ही हत्या. वह किसी दूसरे राज्य में रहकर काम करता था. हालांकि पुलिस ने बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.' -उपेंद्रनाथ वर्मा, एसपी

बेतिया: बिहार के बेतिया जिले से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. जहां 5 वर्ष पहले मृत व्यक्ति जिंदा (Dead Man Found Alive In Bettiah) पाया गया. व्यक्ति के हत्या का आरोप उसकी पत्नी और ससुराल वालों पर लगाया गया था. इस मामले को लेकर साठी थाने में कांड संख्या 155 /16 दर्ज है. सभी लोग पटना हाईकोर्ट से बेल पर थे.

इसे भी पढ़ें: शराबी पति ने दहेज के लिए दो बच्चों से साथ पत्नी को घर से निकाला, 1 महीने के बच्चे को मां से छीना

मामला पश्चिम चंपारण जिले के साठी थाना क्षेत्र (Sathi Police Station) का है. जहां साठी के कटहरी गांव निवासी विकास कुमार ने अपने भाई राम बहादुर राव की हत्या का मामला 2016 में बेतिया कोर्ट में दर्ज कराया था. विकास कुमार ने बताया कि 2015 में एक्सीडेंट हो गया था. हादसे में विकास का पैर टूट गया था. उस दौरान भाई राम बहादुर राव गुजरात में काम करता था, वह अपने भाई विकास को देखने साठी घर आया हुआ था.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: गोपालगंज: RJD के प्रखंड अध्यक्ष के लापता होने पर जमकर बवाल, 2 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

भाई से मिलने के बाद राम बहादुर वापस गुजरात चला गया. जब विकास का पैर ठीक हुआ, तो वह अपने भाई राम बहादुर राव के ससुराल पहुंचा. वहां विकास ने राम बहादुर राव यानी अपनी भाई की पत्नी को विधवा अवस्था में देखा. विकास को शक हुआ कि भाई की हत्या कर दी गई है. विकास ने इसकी जांच पड़ताल की, तो उनके भाई का कोई अता-पता नहीं चल सका. जिसके बाद वह साठी थाना और रामनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए चक्कर काटते रहे.

जब दोनों थाने में कहीं भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई, तो विकास कुमार ने बेतिया न्यायालय में मामला दर्ज कराया. भाई की पत्नी गुड्डी देवी व उनके परिजनों पर अपहरण व हत्या का मामला दर्ज कराया गया. 2016 से यह केस चल रहा है. बेतिया कोर्ट से किसी को भी इस मामले में राहत नहीं मिली. केस में नामजद सभी अभियुक्त पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. अभी इस मामले का अनुसंधान चल रहा था, तभी अचानक 5 साल पहले मृत राम बहादुर राव जिंदा सबके समक्ष आ गया.

वहीं, 5 साल से गायब राम बहादुर राव जब साठी अपने गांव कटहरी पहुंचा, तो लोग देखकर आश्चर्य रह गए और राम बहादुर राव देखने के लिए उनके घर लोगों का तांता लगने लगा. राम बहादुर राव ने बताया कि गुजरात में वह एक धागा बनाने वाली कंपनी में काम करता था. कंपनी से घर लौट रहे थे तभी एक अज्ञात वाहन से एक्सीडेंट हो गया और उसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया. राम ने बताया कि घायल अवस्था में उसके साथ काम करने वाले दोस्तों ने अस्पताल पहुंचाया. जहां वह कोमा में चल गया था. इसके साथ ही उसकी याददाश्त भी चली गई थी.

काफी दिनों तक अस्पताल में रहने के कारण राम बहादुर का दोस्त कोरोना की चपेट में आ गया था. जिससे उसकी मौत हो गई. जब राम बहादुर राव की याददाश्त वापस आई, तो उसने अपने परिवार वालों को खोजने की काफी कोशिश की. फिर जनवरी 2021 में फेसबुक के माध्यम से अपने परिजनों को खोजा. तभी फेसबुक पर उसके बेटे आकाश सिंह का नंबर मिला. जिस नंबर पर राम बहादुर राव ने अपने बेटे से संपर्क कर अपनी पूरी आपबीती बताई.

जिसके बाद पत्नी गुड्डी देवी और बेटा आकाश सिंह मार्च में गुजरात पहुंचे. गुड्डी देवी ने अपने पति रामबहादुर राव से बताया कि आपके भाई विकास कुमार ने हत्या और अपहरण का मामला मेरे और मेरे परिजनों के ऊपर दर्ज कराया है. मामले में उच्चतम न्यायालय के बेल पर सभी हैं. जिसके बाद राम बहादुर राव साठी थाना पहुंचकर साठी थाना अध्यक्ष उदय कुमार के समक्ष अपनी सारी बातें रखी.


'साठी थाना में एक व्यक्ति के अपहरण व हत्या का मामला दर्ज किया गया था. व्यक्ति के बारे में बताया गया था कि उसका अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई है. केस अनुसंधान में चल रहा था. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए व्यक्ति के बारे में पता लगाया. पुलिस को पता चला कि व्यक्ति का न तो अपहरण किया गया है और न ही हत्या. वह किसी दूसरे राज्य में रहकर काम करता था. हालांकि पुलिस ने बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.' -उपेंद्रनाथ वर्मा, एसपी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.